ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर हाल के अमेरिकी हमलों का अवलोकन
इजराइल-ईरान संघर्ष को और अधिक गंभीर बनाते हुए अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु एवं सैन्य स्थलों पर हमला किया है।
हड़ताल का विवरण
- लक्ष्य: नतांज़, फोर्डो और इस्फ़हान परमाणु स्थल।
- प्राथमिक लक्ष्य: फोर्डो संवर्धन सुविधा।
- अमेरिकी संलिप्तता: यह अमेरिका द्वारा ईरानी स्थलों पर सीधे हमला करने का पहला मामला था, इससे पहले अमेरिका ने केवल इजरायल का बचाव किया था।
स्थलों का महत्व
- नतांज़ सुविधा:
- मुख्य संवर्धन स्थल तेहरान से 220 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
- इससे पहले इज़रायली हवाई हमलों में यूरेनियम को 60% शुद्धता तक संवर्धित किया गया था।
- इसमें हवाई हमलों से बचाव के लिए भूमिगत खंड शामिल हैं।
- फोर्डो सुविधा:
- तेहरान से 100 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित, नतांज़ से छोटा।
- निर्माण कार्य 2007 में शुरू हुआ, जिसकी आधिकारिक जानकारी IAEA को 2009 में दी गई।
- यह अपनी सुदृढ़ प्रकृति के लिए जाना जाता है, जिसे हवाई हमलों को झेलने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस्फ़हान सुविधा:
- यह तेहरान से 350 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
- यहाँ हजारों परमाणु वैज्ञानिक और चीनी अनुसंधान रिएक्टर स्थित हैं।
व्यापक संदर्भ
- ईरानी जवाबी कार्रवाई: ईरान ने इजराइल पर मिसाइल और ड्रोन हमले करके जवाबी कार्रवाई की।
- अंतर्राष्ट्रीय मामले: हमलों से पहले अमेरिका और ईरान आर्थिक प्रतिबंधों और यूरेनियम संवर्धन के संबंध में बातचीत कर रहे थे।
- अन्य सुविधाएं: बुशहर और अराक जैसे अतिरिक्त ईरानी परमाणु स्थल अंतर्राष्ट्रीय निगरानी में संचालित होते रहते हैं।