GSLV-F16 रॉकेट प्रक्षेपण और निसार उपग्रह मिशन
GSLV-F16 रॉकेट को प्रक्षेपण के लगभग 19 मिनट बाद निसार उपग्रह को 743 किलोमीटर की सूर्य-तुल्यकालिक कक्षा में स्थापित किया जाना है।
निसार उपग्रह
- निसार: नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह।
- इसे पृथ्वी को स्कैन करने तथा 12 दिन के अंतराल पर सभी मौसमों, दिन-रात का डेटा उपलब्ध कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यह इसरो और नासा के बीच पहला सहयोगी उपग्रह मिशन है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
- इस मिशन के माध्यम से इसरो और नासा के बीच सहयोग मजबूत हुआ है।
- यह मिशन भविष्य में पृथ्वी अवलोकन क्षमताओं के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करता है।
योगदान और जिम्मेदारियाँ
- इसरो: अंतरिक्ष यान बस, एस-बैंड रडार के निर्माण तथा प्रक्षेपण वाहन और मिशन संचालन प्रदान करने के लिए जिम्मेदार।
- नासा की JPL: नासा ने एल-बैंड रडार, रडार रिफ्लेक्टर और बूम का निर्माण किया तथा उच्च-रेटेड संचार उप-प्रणाली, जीपीएस रिसीवर, एक सॉलिड-स्टेट रिकॉर्डर और पेलोड डेटा उप-प्रणाली प्रदान की।
परियोजना की प्रगति और चुनौतियाँ
- यह परियोजना एक दशक से अधिक समय से चल रही है, जिसमें दोनों एजेंसियों को महत्वपूर्ण सीख मिली है।
- इस परियोजना से अमेरिका और भारत दोनों के लिए सफल परिणाम और साझा उपलब्धियों की आशा की जाती है।