भारत-अमेरिका संबंधों की चुनौतियां
विदेश मंत्रालय (MEA) भारत-अमेरिका संबंधों में हाल की चुनौतियों के संबंध में विदेश मामलों की संसदीय समिति के समक्ष एक व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने की तैयारी कर रहा है।
टैरिफ और भू-राजनीतिक तनाव
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद का हवाला देते हुए भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया है।
- विदेश मंत्रालय इन शुल्कों को " त्रुटिपूर्ण धारणाओं" का परिणाम मानता है तथा इन्हें अवांछित भू-राजनीतिक रस्साकशी मानता है।
- भारत इन टैरिफों को "एकतरफा, दंडात्मक उपाय " मानता है जो वैश्विक व्यापार मानदंडों को नुकसान पहुंचाते हैं।
संवाद के प्रति प्रतिबद्धता
- इन चुनौतियों के बावजूद, भारत "वार्ता और पारस्परिक सम्मान" के माध्यम से अमेरिका के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
- विदेश मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिकी कार्रवाई वैश्विक ऊर्जा बाजारों की वास्तविकताओं या भारत की संप्रभुता संबंधी पसंद को प्रतिबिंबित नहीं करती है।
सुरक्षा चिंताएं
- अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के संबंध में भारत की मुख्य चिंता का समर्थन किया है।
- इसमें द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किए जाने का उल्लेख होगा।