प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता और नवाचार
प्रधानमंत्री ने भारत के आत्मनिर्भर और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवोन्मेषी बनने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विदेशी प्रौद्योगिकी कंपनियों पर निर्भरता कम करने और डिजिटल संप्रभुता हासिल करने पर ज़ोर दिया।
अर्धचालक विनिर्माण में प्रगति
- भारत ने सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण प्रगति की है तथा वर्ष के अंत तक पहली घरेलू स्तर पर उत्पादित चिप जारी करने की योजना है।
- लगभग 76,000 करोड़ रुपये के आवंटित बजट के साथ भारत सेमीकंडक्टर मिशन ने 10 चिप निर्माण और पैकेजिंग इकाइयों को मंजूरी दी है।
- एक उल्लेखनीय परियोजना में गुजरात के साणंद में माइक्रोन द्वारा 2.75 बिलियन डॉलर की एटीएमपी इकाई शामिल है।
- हाल ही में, ओडिशा, पंजाब और आंध्र प्रदेश में चार और निर्माण और एटीएमपी इकाइयों को मंजूरी दी गई।
स्वदेशी प्लेटफार्मों के लिए प्रोत्साहन
- प्रधानमंत्री ने युवाओं से भारतीय धन को सुरक्षित रखने के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने भारत के 50% वास्तविक समय लेनदेन को संभालने में एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) की सफलता का हवाला दिया।
संप्रभु एआई और डिजिटल बुनियादी ढांचे की आवश्यकता
- इसमें आर्थिक मूल्य और डेटा सुरक्षा के लिए संप्रभु एआई और डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण के महत्व पर जोर दिया गया।
चुनौतियाँ और अवसर
- हालाँकि भारत ने Koo जैसे प्लेटफ़ॉर्म बनाने का प्रयास किया है, लेकिन पहले कदम उठाने के लाभों के कारण वैश्विक दिग्गजों को चुनौती देना मुश्किल है। रणनीतिक फोकस और नवाचारों के संरक्षण पर ज़ोर देना बेहद ज़रूरी है।
साइबर सुरक्षा और एआई पर ध्यान केंद्रित
- इसमें उभरते साइबर खतरों के विरुद्ध भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एआई और साइबर सुरक्षा में स्वदेशी नवाचार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।