कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (CSC) बैठक
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (CSC) की 7वीं NSA स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका, बांग्लादेश, सेशेल्स और मलेशिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने भाग लिया।
चर्चा के प्रमुख क्षेत्र
- पांच चिन्हित स्तंभों के अंतर्गत सहयोग बढ़ाना:
- समुद्री सुरक्षा और संरक्षा
- आतंकवाद और कट्टरपंथ का मुकाबला
- तस्करी और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध का मुकाबला
- साइबर सुरक्षा और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी की सुरक्षा
- मानवीय सहायता और आपदा राहत, जिसमें प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण शामिल है
- 7-8 दिसंबर 2023 को मॉरीशस में आयोजित छठी NSA-स्तरीय बैठक के निर्णयों की समीक्षा
महत्वपूर्ण घटनाक्रम
- आतंकवाद, साइबर अपराध और समुद्री सुरक्षा खतरों जैसी क्षेत्रीय चुनौतियों के बीच, सेशेल्स गणराज्य का CSC के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वागत किया गया।
- क्षेत्र और उससे परे सुरक्षा चुनौतियों और खतरे की धारणाओं पर चर्चा।
प्रतिभागियों और प्रतिनिधिमंडलों
- प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व निम्नलिखित द्वारा किया गया:
- इब्राहिम लतीफ़, मालदीव के NSA
- राहुल रसगोत्रा, मॉरीशस के NSA
- एयर वाइस मार्शल संपत थुयाकोंथा (सेवानिवृत्त), सचिव, रक्षा मंत्रालय, श्रीलंका
- डॉ. खलील-उर-रहमान, बांग्लादेश के एनएसए
- सेशेल्स ने पर्यवेक्षक राज्य के रूप में तथा मलेशिया ने अतिथि राज्य के रूप में भाग लिया।
- सेशेल्स से आये प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा बलों के प्रमुख मेजर जनरल माइकल रोसेट कर रहे हैं।
- मलेशिया का प्रतिनिधित्व मलेशियाई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप महानिदेशक बदरुल शाह मोहम्मद इदरीस ने किया।
CSC का उद्देश्य
CSC की स्थापना सदस्य देशों के बीच सुरक्षा मुद्दों पर घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने और हिंद महासागर क्षेत्र में क्षेत्रीय सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए की गई थी। CSC के संस्थापक दस्तावेज़ों पर अगस्त 2024 में श्रीलंका में हस्ताक्षर किए गए थे।