पशुओं में एंटीबायोटिक के उपयोग की निगरानी
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) से निपटने के लिए पशुओं में एंटीबायोटिक के उपयोग की निगरानी हेतु एक रिपोर्टिंग ढांचा विकसित करने के प्रयास शुरू किए हैं। AMR एक बड़ा खतरा है, जिसके कारण प्रतिरोधी संक्रमणों के कारण 2050 तक भारत में 2 मिलियन लोगों की मृत्यु होने का अनुमान है।
रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) क्या है?
- AMR तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी रोगाणुरोधी दवाओं के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं। इससे मनुष्य और पशु दोनों प्रभावित होते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि AMR के कारण 2050 तक विश्वभर में 10 मिलियन लोगों की मृत्यु हो सकती है, जिसमें से 2 मिलियन लोग अकेले भारत में होंगे।
- 2019 में वैश्विक स्तर पर AMR 1.27 मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार था।
- मनुष्यों, पशुओं और पौधों में रोगाणुरोधी दवाओं का दुरुपयोग और अति प्रयोग AMR के लिए प्राथमिक योगदानकर्ता हैं।
- सब्जियों, पोल्ट्री और डेयरी उत्पादों में एंटीबायोटिक अवशेष AMR जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
पहल और रणनीतियाँ
- AMU रिपोर्टिंग ढांचे को लागू करने के लिए CDSCO, राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरणों और पशुपालन एवं डेयरी विभाग के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त कार्य समूह की स्थापना की जाएगी।
- यह ढांचा पशु चिकित्सा एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री, निर्माण और आयात पर व्यवस्थित रूप से डेटा एकत्र करेगा।
- अक्टूबर में, केंद्र ने AMR को रोकने के लिए पशुधन और मुर्गीपालन में एंटीबायोटिक के उपयोग को न्यूनतम करने के लिए दिशानिर्देश प्रदान किए।
- ये दिशानिर्देश प्रयोगशाला में रोग की पुष्टि होने तक लक्षणात्मक उपचार पर जोर देते हैं तथा न्यूनतम एंटीबायोटिक उपयोग को बढ़ावा देते हैं।
अतिरिक्त उपाय
- राज्य औषधि नियामकों को पशु चिकित्सा एंटीबायोटिक उत्पादन और वितरण में शामिल दवा कंपनियों की पहचान करने का काम सौंपा गया है।
- CDSCO ने एंटीबायोटिक्स और दवा संयोजनों सहित अनुमोदित पशु चिकित्सा दवाओं की सूची मांगी है।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने के लिए अप्रयुक्त या समाप्त हो चुकी दवाओं के सुरक्षित निपटान के लिए एक मसौदा मार्गदर्शन दस्तावेज़ प्रस्तावित किया गया है।
सांख्यिकी और शोध निष्कर्ष
- 2015 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया था कि वैश्विक एंटीबायोटिक बिक्री का दो-तिहाई हिस्सा पशु कृषि के लिए है। साथ ही, बढ़ती मांग के कारण 2030 तक इसमें 67% की वृद्धि होने की संभावना है।
- लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध में पशुओं और मनुष्यों में एंटीबायोटिक के सेवन के बीच द्विदिशीय संबंध पर प्रकाश डाला गया है, जो AMR दरों को प्रभावित करता है।
नियामक ढांचा
- औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमों के तहत एंटीबायोटिक दवाओं को अनुसूची H के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया है। इसके तहत बिक्री के लिए पंजीकृत चिकित्सा पेशेवर से पर्ची लेना आवश्यक है।