नए प्रसार विरोधी मित्र | Current Affairs | Vision IAS

Daily News Summary

Get concise and efficient summaries of key articles from prominent newspapers. Our daily news digest ensures quick reading and easy understanding, helping you stay informed about important events and developments without spending hours going through full articles. Perfect for focused and timely updates.

News Summary

Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat

नए प्रसार विरोधी मित्र

12 min read

तुलनात्मक विश्लेषण: पाकिस्तान और ईरान

विशेष रूप से परमाणु खतरों और आतंकवाद के संबंध में, पाकिस्तान और ईरान से संबंधित भू-राजनीतिक मुद्दे नई दिल्ली के दृष्टिकोण से समानताएं साझा करते हैं। 

परमाणु हथियार कार्यक्रम

  • पाकिस्तान NPT (अप्रसार संधि) के बाहर भी परमाणु संवर्धन करने में सफल रहा। 
  • NPT के भीतर संघर्ष कर रहे ईरान को परमाणु प्रौद्योगिकी और संसाधनों के लिए ए. क्यू. खान नेटवर्क से समर्थन प्राप्त था। 

ए. क्यू. खान नेटवर्क और प्रसार

ए. क्यू. खान नेटवर्क ने ईरान, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को चीन के समर्थन से जोड़ा तथा अवैध डिजाइन और दोहरे उपयोग वाली वस्तुएं उपलब्ध कराईं। 

परस्पर जुड़े खतरे

  • IRGC के एक जनरल ने यह दावा किया है कि पाकिस्तान ईरान की रक्षा के लिए इजरायल पर परमाणु बम का इस्तेमाल करेगा। यह दावा इन परमाणु कार्यक्रमों के बीच गहरे संबंधों को उजागर करता है।
  • दबाव में पाकिस्तान, अमेरिका को नाराज किए बिना अपनी स्थिति कायम रखना चाहता है। 

पाकिस्तान की राजनीतिक गतिशीलता 

सुरक्षा उपायों के बावजूद, पाकिस्तान के भीतर बढ़ती कट्टरता परमाणु कमान और नियंत्रण के लिए खतरा पैदा करती है। असिम मुनीर का पाकिस्तानी सेना के कट्टरपंथी प्रमुख के रूप में उदय इसका उदाहरण है। 

तुलनात्मक भूराजनीति: भारत और इजराइल 

  • दोनों राष्ट्रों को समान खतरों का सामना करना पड़ रहा है, इसके कारण उनके संबंध और भी घनिष्ठ हो रहे हैं। 
  • इज़रायली सैन्य प्रौद्योगिकी, जैसे- हार्पी और हारोप ड्रोन का प्रयोग भारत के लिए प्रभावी साबित हुआ है। 
  • SCO के इजरायल विरोधी बयान से भारत की दूरी से पता चलता है कि इजरायल के प्रति भारत का रुख बदल रहा है।

अमेरिका-पाकिस्तान संबंध 

  • ऐतिहासिक रूप से, अमेरिका ने अफगानिस्तान में रणनीतिक जरूरतों के मद्देनजर पाकिस्तान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं के बावजूद उसे आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान की थी।
  • प्रेसलर संशोधन ने अमेरिकी सहायता जारी रखते हुए पाकिस्तान को परमाणु विकास की अनुमति दे दी।
  • ईरान और पाकिस्तान के प्रति ट्रम्प का विभेदकारी दृष्टिकोण, परमाणु प्रसार पर नेटवर्क के ऐतिहासिक प्रभाव को नजरअंदाज करता है।

निष्कर्ष: रणनीतिक निहितार्थ

पाकिस्तान की परमाणु स्थिति को लेकर भारत और इजरायल की चिंताएं लंबे समय से हैं। ऐतिहासिक परमाणु प्रसार गतिशीलता में निहित इन मुद्दों पर सतर्क अंतर्राष्ट्रीय जांच और रणनीतिक गठबंधन की आवश्यकता है। 

  • Tags :
  • Nuclear Weapons Programme
Subscribe for Premium Features