G-7 शिखर सम्मेलन की गतिविधियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं, जहां वे कनाडा, जर्मनी, इटली और यूक्रेन के नेताओं से मिलेंगे। उनका एजेंडा इस विषय पर जोर देगा कि "यह युद्ध का युग नहीं है" और व्यापक आतंकवाद विरोधी गठबंधन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, विशेष रूप से पाकिस्तान स्थित आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर।
प्रमुख राजनयिक संलग्नताएँ
- बैठकें:
- मोदी पहली बार कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मिलेंगे, जिससे कनाडा-भारत संबंधों में संभावित सुधार की संभावना है।
- वह रणनीतिक और निवेश संबंधों पर चर्चा करने के लिए नए जर्मन चांसलर से भी मिलेंगे।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ कोई बैठक निर्धारित नहीं है, जो शिखर सम्मेलन के बीच में ही चले जाएंगे।
प्रासंगिक पृष्ठभूमि
- यह यात्रा ईरान-इजराइल संघर्ष और हाल ही में पहलगाम आतंकवादी हमलों जैसे संघर्षों की पृष्ठभूमि में हो रही है।
- ऐसे संघर्षों के प्रति भारत की प्रतिक्रिया में ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है।
- जी-7 नेताओं ने पश्चिम एशिया में शत्रुता कम करने, विशेषकर गाजा में युद्ध विराम का आह्वान किया है, हालांकि उन्होंने इस आह्वान को इजरायल-ईरान संबंधों तक विस्तारित नहीं किया।
कैलगरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोदी का आगमन 2015 के बाद से उनकी पहली कनाडा यात्रा है, जो पूर्व कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी चरमपंथियों को समर्थन दिए जाने से उत्पन्न चुनौतियों के बाद एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक वार्ता का प्रतीक है।