16वें संयुक्त कमांडर सम्मेलन 2025 में प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्तता , आत्मनिर्भरता और नवाचार को बढ़ावा देने हेतु ठोस उपायों को लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया। यह संबोधन कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय में आयोजित 16वें संयुक्त कमांडर सम्मेलन (CCC) 2025 का हिस्सा था।
सम्मेलन की मुख्य विशेषताएं
- प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों के महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार किया:
- राष्ट्र निर्माण.
- समुद्री डकैती का मुकाबला करना।
- संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना।
- मित्र राष्ट्रों को मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) प्रदान करना।
- प्रधानमंत्री को कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी गई, जिनमें शामिल हैं:
- ऑपरेशन सिंदूर के बाद नई सामान्य स्थिति के तहत सेनाओं की परिचालन तत्परता।
- उभरती प्रौद्योगिकियों और रणनीतियों के प्रकाश में भविष्य की युद्ध रणनीतियाँ।
- पिछले दो वर्षों में क्रियान्वित सुधारों और रणनीतिक योजनाओं की समीक्षा तथा अगले दो वर्षों के लिए आगामी योजनाओं की समीक्षा।
संयुक्त कमांडर सम्मेलन के बारे में
- सम्मेलन में सशस्त्र बलों से प्राप्त व्यापक फीडबैक के आधार पर संरचनात्मक, प्रशासनिक और परिचालन संबंधी मामलों का मूल्यांकन किया जाएगा।
- यह आयोजन एक शीर्ष स्तरीय विचार-मंथन मंच के रूप में कार्य करता है, जो हर दो साल में आयोजित किया जाता है, जिसमें वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सैन्य तैयारियों पर चर्चा करने के लिए भारत के शीर्ष नागरिक और सैन्य नेता एक साथ आते हैं।