भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता
भारत और यूरोपीय संघ (EU) अपने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम रूप देने के प्रयासों को तेज़ कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य एक त्वरित, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी निष्कर्ष निकालना है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की ब्रुसेल्स यात्रा के दौरान इस विषय पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
मुख्य अंश
- यूरोपीय संघ के अधिकारियों के साथ बैठक:
- मंत्री पीयूष गोयल ने यूरोपीय संघ के व्यापार और आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस शेफकोविच से मुलाकात की।
- चर्चा में भारत-यूरोपीय संघ FTA वार्ता की गति बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- दोनों पक्षों ने शीघ्र समझौता करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
- फोकस क्षेत्र:
- प्रस्तावित FTA के प्रमुख क्षेत्रों में बाजार पहुंच, गैर-टैरिफ उपाय और नियामक सहयोग शामिल हैं।
- इसका उद्देश्य दिसंबर तक वार्ता पूरी करना है।
- निवेश संरक्षण समझौते और भौगोलिक संकेत पर समझौते के लिए अलग-अलग वार्ता चल रही है।
- द्विपक्षीय व्यापार:
- वित्त वर्ष 2025 में भारत-यूरोपीय संघ के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 136.53 बिलियन डॉलर का था।
- नव गतिविधि:
- FTA वार्ता का 14वां दौर 10 अक्टूबर को ब्रुसेल्स में संपन्न हुआ।
- यूरोपीय संघ ने भारत से कारों और मादक पेय पदार्थों पर टैरिफ कम करने का आग्रह किया।
- भारत डिजिटल सेवा व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए डेटा-सुरक्षित देश के रूप में मान्यता चाहता है।
- भारत ने अपने पेशेवरों के लिए आसान अस्थायी कार्य पहुंच का भी अनुरोध किया है।
- भारत-जर्मनी संबंध:
- मंत्री गोयल ने जर्मनी के संघीय विदेश मंत्री जोहान वेडफुल से भी मुलाकात की।
- चर्चाओं में भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि की गई तथा भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर जोर दिया गया।