समुद्री नेताओं के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अक्टूबर, 2025 को मुंबई में मैरीटाइम लीडर्स कॉन्क्लेव को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने समुद्री क्षेत्र में भारत की प्रगति और सुधारों पर प्रकाश डाला।
वैश्विक समुद्री क्षेत्र में भारत की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक तनावों के बीच एक "स्थिर प्रकाश स्तंभ" के रूप में कार्य करने की भारत की क्षमता पर जोर दिया, तथा व्यापार मार्गों को पुनः परिभाषित करने तथा स्वच्छ ऊर्जा और स्मार्ट लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की वकालत की।
पहलें और निवेश
- शिपिंग और जहाज निर्माण में 2.2 लाख करोड़ रुपये की पहल शुरू की गई, जिसमें 437 जहाजों का अधिग्रहण भी शामिल है।
- बंदरगाह आधारित औद्योगिकीकरण, बंदरगाह विकास, स्थिरता और जहाज निर्माण जैसे क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
वैश्विक भागीदारी और उपलब्धियाँ
- भारत समुद्री सप्ताह के चौथे संस्करण में 85 देशों ने भाग लिया।
- भारत के बंदरगाह अपनी कार्यकुशलता के लिए जाने जाते हैं तथा माल संचालन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
- अंतर्देशीय जलमार्गों पर माल की आवाजाही में 700% से अधिक की वृद्धि हुई तथा परिचालन जलमार्गों की संख्या 3 से बढ़कर 32 हो गई।
प्रमुख घटनाक्रम
- भारत का पहला गहरे पानी का अंतर्राष्ट्रीय ट्रांस-शिपमेंट केंद्र, विझिनजाम बंदरगाह, चालू हो गया है।
- कांडला पोर्ट ने मेगावाट पैमाने पर स्वदेशी हरित हाइड्रोजन सुविधा शुरू की।
- JNPT के भारत मुम्बई कंटेनर टर्मिनल के दूसरे चरण की हैंडलिंग क्षमता दोगुनी हो गई।
कानूनी और नीतिगत सुधार
भारत ने व्यापार को आसान बनाने, राज्य समुद्री बोर्डों को सशक्त बनाने और बंदरगाह प्रबंधन डिजिटलीकरण को बढ़ाने के लिए औपनिवेशिक शिपिंग कानूनों को आधुनिक, भविष्योन्मुखी कानूनों से बदल दिया।
निवेश और भविष्य की संभावनाएं
- घरेलू क्षमता बढ़ाने और जहाज निर्माण को बढ़ावा देने के लिए 70,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की गई।
- बड़े जहाजों को बुनियादी ढांचा परिसंपत्ति का दर्जा दिया गया, ताकि वित्तपोषण के नए रास्ते खुल सकें।
वैश्विक सहयोग और चुनौतियाँ
प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन, आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान और समुद्री सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया।
उद्योग जगत के नेताओं के साथ जुड़ाव
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रमुख लॉजिस्टिक्स और शिपिंग कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ मुलाकात की और उद्योग की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की।