वैश्विक जलवायु प्रगति: चर्चा से ज़्यादा कार्रवाई
जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए संवाद तो ज़रूरी हैं ही, ठोस कदम भी ज़रूरी हैं। भारत का मिशन लाइफ़ (पर्यावरण के लिए जीवन-शैली) पारंपरिक संरक्षण विधियों को पुनर्जीवित करने और उन्हें ग्रह संरक्षण के सुविचारित कार्यों के रूप में पुनर्परिभाषित करने पर केंद्रित है।
मिशन लाइफ का प्रभाव और एकीकरण
- IEA की रिपोर्ट के अनुसार, LiFE से संबंधित उपायों को वैश्विक स्तर पर अपनाने से 2030 तक वार्षिक CO2 उत्सर्जन में 2 बिलियन टन से अधिक की कमी आ सकती है।
- मिशन लाइफ अब भारत की जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (NAPCC) का एक प्रमुख घटक है, जो राष्ट्रीय शासन में जीवन-शैली आधारित कार्यों को शामिल करता है।
व्यक्तिगत कार्रवाई और सार्वजनिक नीति का तालमेल
- प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना 1 करोड़ परिवारों को छत पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने का अधिकार देती है।
- फरवरी 2024 में इसकी शुरूआत के बाद से, इस कार्यक्रम में लगभग 58 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं और इससे रूफटॉप सौर क्षमता में 4.9 गीगावाट की वृद्धि हुई है।
स्वच्छ प्रौद्योगिकी में प्रगति
- भारत ने 2025 तक 50% से अधिक गैर-जीवाश्म विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल कर ली है, जिससे संशोधित NDC लक्ष्य समय से पहले ही पूरा हो गया है।
- सौर ऊर्जा क्षमता 2014 में 2.8 गीगावाट से बढ़कर 2025 में 127 गीगावाट हो जाएगी, जो 45 गुना वृद्धि को दर्शाता है।
- यह बदलाव स्वच्छ प्रौद्योगिकियों द्वारा संचालित आर्थिक और पर्यावरणीय परिवर्तन को रेखांकित करता है।
वनरोपण और जमीनी स्तर के आंदोलन
- मिशन लाइफ के अंतर्गत 'एक पेड़ मां के नाम' योजना वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी जमीनी स्तर की जलवायु पहल बन गई है।
- जून 2024 में इसकी शुरुआत के बाद से 250 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए जा चुके हैं।
- एक परिपक्व वृक्ष प्रतिवर्ष लगभग 25 किलोग्राम CO2 अवशोषित करता है तथा दो व्यक्तियों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन उत्पन्न करता है।
विकेंद्रीकृत जलवायु वित्त मॉडल
- भारत जलवायु वित्त के विकेन्द्रीकृत, जन-संचालित मॉडल का समर्थन करता है जो त्वरित एवं आत्मनिर्भर हो।
- इको क्लबों के माध्यम से 14.7 लाख से अधिक स्कूल इस पहल में शामिल हैं।
- 'एक पेड़... 2.0' के विस्तार में वास्तविक समय की निगरानी के लिए जियोटैगिंग शामिल है और इसका लक्ष्य 10 करोड़ अतिरिक्त पौधे लगाना है।
- सशस्त्र बलों ने 15 लाख पेड़ लगाने का संकल्प लिया है।