भारत-UAE सांस्कृतिक सहयोग
हाल के घटनाक्रमों से भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच सांस्कृतिक संबंधों में मजबूती आई है, जिसमें नई पहल और रणनीतिक साझेदारियां शामिल हैं।
अबू धाबी में इंडिया हाउस
- अबू धाबी में एक इंडिया हाउस की योजना बनाई गई है, जिसके अगले कुछ वर्षों में स्थापित होने की उम्मीद है।
- इस सांस्कृतिक स्थल का उद्देश्य कला और संस्कृति को बढ़ावा देना, छात्रों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना और साझा ऐतिहासिक संबंधों को उजागर करना है।
एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में योग
- संयुक्त अरब अमीरात योग की बढ़ती लोकप्रियता के कारण इसे प्रतिस्पर्धी खेल घोषित करने की योजना बना रहा है।
- खेल मंत्रालय के अंतर्गत यूएई योग समिति द्वारा योग के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा विकसित किया जा रहा है।
- संयुक्त अरब अमीरात योग को औपचारिक रूप से खेल के रूप में मान्यता देने वाला पहला खाड़ी देश होगा।
दूसरी संयुक्त संचालन समिति की बैठक
- 8-9 अक्टूबर को अबू धाबी में आयोजित इस बैठक में विभिन्न भारतीय मंत्रालयों और उनके यूएई समकक्षों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
- चर्चा में युवा सहभागिता, खेल, शिक्षा, पर्यटन और अभिलेखीय सहयोग को बढ़ावा देने की पहल शामिल थी।
सांस्कृतिक सहयोग
- ICCR की महानिदेशक नंदिनी सिंगला ने कला और संग्रहालय विज्ञान में सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए सांस्कृतिक और शैक्षणिक नेताओं के साथ बातचीत की।
- ये चर्चाएं मार्च 2023 में नई दिल्ली में हुई पहली बैठक की नींव पर आधारित थीं।
भारत-UAE सांस्कृतिक परिषद मंच
- एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से 2022 में स्थापित यह मंच आर्थिक सहयोग के साथ-साथ सांस्कृतिक साझेदारी पर भी जोर देता है।
- नवीनतम पहल 2022 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद के बीच हुई बैठक से उपजी है।
UAE-भारत सांस्कृतिक गोलमेज सम्मेलन
- नई दिल्ली स्थित संयुक्त अरब अमीरात दूतावास द्वारा आयोजित इस गोलमेज सम्मेलन में कला और डिजाइन क्षेत्र की जानी-मानी भारतीय हस्तियां शामिल थीं।
- संवाद में भारत की कलात्मक विरासत और समकालीन रचनात्मकता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में इंडिया हाउस पर ध्यान केंद्रित किया गया।
इंडिया हाउस का महत्व
- इसे योग प्रशिक्षण के केंद्र तथा भारत के सांस्कृतिक इतिहास और संयुक्त अरब अमीरात के साथ इसके संबंध को प्रदर्शित करने के लिए एक स्थान के रूप में देखा जा रहा है।
- राजदूत अलशाली ने दोनों देशों के बीच कलात्मक सहयोग को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।