अंगदान और आवंटन पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश
सर्वोच्च न्यायालय ने राज्यों के परामर्श से अंगदान और आवंटन के लिए राष्ट्रीय नीति और मानक नियम स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार को कई निर्देश जारी किए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी प्रमुख निर्देश
- लिंग और जातिगत पूर्वाग्रहों को दूर करने तथा देश भर में एक समान दाता मानदंड स्थापित करने के लिए अंग प्रत्यारोपण के लिए "आदर्श आवंटन मानदंड" के साथ एक राष्ट्रीय नीति विकसित की जानी चाहिए।
- कर्नाटक, तमिलनाडु और मणिपुर जैसे राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे 2014 के मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण नियमों को शीघ्र अपनाएं।
- मणिपुर, नागालैंड, अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप जैसे जिन राज्यों में राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTO) नहीं है, वहां राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत इन निकायों का गठन किया जाना चाहिए।
- जीवित दाताओं के कल्याण के लिए दिशा-निर्देश विकसित किए जाने चाहिए ताकि उनका शोषण रोका जा सके और दान के बाद देखभाल सुनिश्चित की जा सके।
- जन्म और मृत्यु पंजीकरण फॉर्म (फॉर्म 4 और 4ए) में संशोधन आवश्यक है, ताकि मस्तिष्क मृत्यु का संकेत दिया जा सके और यह भी बताया जा सके कि परिवार को अंगदान की पेशकश की गई थी या नहीं।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उजागर की गई चिंताएं
- दाताओं और प्राप्तकर्ताओं के लिए समेकित राष्ट्रीय डाटाबेस का अभाव, राज्यों में अंग प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं में बाधा उत्पन्न करता है।
- अंग प्रत्यारोपण मुख्य रूप से कुछ वर्गों के लिए ही सुलभ है, हालांकि इसमें वर्ग और लिंग संबंधी असमानताएं भी काफी हैं।
- 90 प्रतिशत प्रत्यारोपण निजी अस्पतालों में होते हैं, तथा अंग दाता रजिस्ट्री में सार्वजनिक अस्पतालों का प्रतिनिधित्व न्यूनतम होता है।
पिछले न्यायालय के आदेश
न्यायालय ने पहले केंद्र को अंग प्रत्यारोपण कानूनों के कार्यान्वयन और अपनाने पर व्यापक आँकड़े एकत्र करने का निर्देश दिया था, जिसमें 1994 का अधिनियम, 2011 का संशोधन और 2014 के नियम शामिल हैं। यह रिपोर्ट 18 जुलाई, 2025 तक प्रस्तुत की जानी है, जिसमें निम्नलिखित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है:
- शव बनाम जीवित दाता अनुपात
- दान और प्राप्ति में लैंगिक असमानताएँ
- जागरूकता प्रयास
- वित्तीय सहायता
- स्वैप प्रत्यारोपण पर नीतियां
- अंग आवंटन प्रक्रियाएं
- एकल और बहु-अंग प्रत्यारोपण के लिए अस्पतालों की उपलब्धता