भारत में वैश्विक क्षमता केंद्र (GCC) और एजेंटिक एआई
भारत में वैश्विक क्षमता केंद्रों (GCC) का उदय, एजेंटिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के विकास और परीक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह निवेश में वृद्धि और परिचालन मॉडलों के पुनर्गठन से प्रेरित है।
निवेश और नवाचार
- EY GCC पल्स सर्वेक्षण 2025 से पता चलता है कि 58% GCC एजेंटिक एआई में निवेश कर रहे हैं।
- 83% जनरेटिव एआई (जेनएआई) में अपनी पहल का विस्तार कर रहे हैं।
प्रतिभा और रोजगार के रुझान
- GCC अब वैश्विक मुख्यालयों के लिए केवल लागत-बचत का उपाय नहीं रह गया है, बल्कि वैश्विक प्रक्रियाओं और नवाचार की पूरी जिम्मेदारी ले रहा है।
- एआई, क्लाउड और साइबर सुरक्षा में भूमिकाएं 18-22% की वार्षिक दर से बढ़ रही हैं।
- तकनीकी क्षेत्र की तुलना में विशेषज्ञ प्रतिभाओं को 25-30% अधिक वेतन मिलता है।
- बेहतर प्रतिधारण रणनीतियों के कारण कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर 9-13% तक गिर गई है।
रणनीतिक बदलाव
- लागत-आधारित परिचालनों के स्थान पर क्षमता-आधारित रणनीतियों की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है।
- BFSI, खुदरा, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और विनिर्माण जैसे उद्योगों में एजेंटिक एआई प्रतिभा की मांग बढ़ रही है।
संकर भूमिकाओं का उदय
- नई भूमिकाओं में इंजीनियरिंग कौशल, डोमेन विशेषज्ञता और प्रयोग का संयोजन होगा।
- अनुमान है कि भविष्य में 27% डिजिटल भूमिकाएं उन्नत आंतरिक प्रतिभाओं द्वारा भरी जाएंगी।
परिचालन प्रगति
- GCC विभिन्न क्षेत्रों में पूर्णतः स्वायत्त, एजेंट-संचालित निष्पादन के साथ स्वचालन परिपक्वता के एक नए चरण में प्रवेश कर रही है।
- आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, वित्त, खरीद, मानव संसाधन और ग्राहक सेवा में प्रारंभिक चरण का एजेंटिक निष्पादन स्पष्ट है।
- 'एजेंट पर्यवेक्षक' और 'अपवाद प्रबंधक' जैसी नई भूमिकाएं उभर रही हैं।
- कुछ केंद्रों ने ग्राहक सेवा और वित्त संचालन में एजेंटिक एआई की लाइव तैनाती शुरू कर दी है।
भारत की भूमिका और चुनौतियाँ
- भारत तेजी से एआई में डिजाइन और प्रोटोटाइपिंग का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है।
- वरिष्ठ एआई आर्किटेक्ट और एजेंट डेवलपर्स जैसे पदों पर क्षमता का अंतर बना हुआ है।
कुल मिलाकर, भारत का GCC इकोसिस्टम एक रणनीतिक नवाचार केंद्र में परिवर्तित हो रहा है, जो स्वायत्त एआई प्रणालियों की वैश्विक तैनाती का नेतृत्व कर रहा है और विश्व मंच पर भारत की प्रासंगिकता को बढ़ा रहा है।