जलवायु वित्त और वैश्विक उत्सर्जन न्यूनीकरण प्रयासों का अवलोकन
पेरिस समझौते के बाद की वार्षिक बैठकों का ध्यान उत्सर्जन कटौती लक्ष्यों और वित्तीय योगदानों को निर्धारित करने पर केंद्रित है। हाल ही में बेलम में हुई चर्चाओं में सभी जीवाश्म ईंधनों को उत्सर्जन कटौती लक्ष्यों में व्यापक रूप से शामिल करने की निरंतर मांग पर प्रकाश डाला गया, हालांकि इसका निष्कर्ष यथास्थिति बनाए रखने पर रहा।
प्रमुख घटनाक्रम और चुनौतियाँ
- वित्तीय आवश्यकताएं: जलवायु वित्त के लिए अरबों डॉलर की आवश्यकता है, लेकिन योगदानकर्ताओं के संबंध में अनिश्चितता बनी हुई है।
- वैश्विक दृष्टिकोण:
- अमेरिका ने रणनीतिक तेल और गैस साझेदारी पर जोर देते हुए COP 30 से दूरी बना ली।
- यूरोपीय संघ ने कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म (CBAM) लागू किया, जो व्यापारिक संबंधों को प्रभावित करता है।
- भारत का रुख: भारत एक "न्यायसंगत" संक्रमण की वकालत करता है, जिसमें संतुलित वित्तीय रणनीतियों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है।
बाजार की गतिशीलता और अनुमान
- तेल मांग अनुमान: अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) और ओपेक (OPEC) अल्पकालिक तेल मांग पर अलग-अलग विचार प्रस्तुत करते हैं।
- निवेश रुझान: 2024 में ऊर्जा में 3.3 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया गया, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा में 2.2 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया गया।
- बाजार लचीलापन: संसाधन-समृद्ध अर्थव्यवस्थाओं के लिए राजकोषीय स्थिरता (fiscal stability) हेतु तेल और गैस बाज़ार महत्वपूर्ण बने हुए हैं।
वित्तीय वास्तविकताएँ और रणनीतिक कदम
- ऋण संबंधी चिंताएं: उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में ऋण का उच्च स्तर जलवायु वित्त रणनीतियों को प्रभावित करता है।
- हरित वित्त बाजार: इस बाज़ार पर ऋण (debt) का प्रभुत्व है, जिसमें सार्वजनिक ऋण विस्तार के अवसर सीमित हैं।
- भारत का रणनीतिक फोकस:
- भारत घरेलू आर्थिक कारकों के आधार पर उत्सर्जन कटौती लक्ष्यों का निर्माण करेगा।
- निजी वित्त समाधानों को बढ़ाने के लिए कार्बन मूल्य निर्धारण (Carbon pricing) पर विचार किया जाएगा।
ये चर्चाएँ प्रभावी जलवायु वित्त और उत्सर्जन कटौती के लिए वैश्विक और राष्ट्रीय रणनीतियों को संरेखित करने की जटिलता को रेखांकित करती हैं। भारत का व्यावहारिक दृष्टिकोण (pragmatic approach) यह सुझाव देता है कि वह घरेलू क्षमताओं के आधार पर संक्रमण वित्त (transition finance) के लिए स्वतंत्र शर्तें निर्धारित करे।