भारत में अमेज़न का निवेश
2014 में, अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस ने भारत में 2 अरब डॉलर का महत्वपूर्ण निवेश किया, जिसकी पहचान शेरवानी पहने और चेक पकड़े हुए उनकी वायरल तस्वीर से हुई। अब अमेज़न ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और डेटा केंद्रों को प्राथमिकता देते हुए अगले पांच वर्षों में 35 अरब डॉलर के विशाल निवेश की घोषणा की है।
AI एक प्रमुख फोकस क्षेत्र के रूप में
- अमेज़न, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने मिलकर भारत में पांच वर्षों में AI इंफ्रास्ट्रक्चर में लगभग 70 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की है।
- अमेज़न की 35 अरब डॉलर की प्रतिबद्धता इसे भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बनाती है, और 2030 तक इसका कुल निवेश 75 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।
- प्रमुख निवेश क्षेत्रों में AI, निर्यात और रोजगार सृजन शामिल हैं।
अन्य प्रौद्योगिकी दिग्गजों के निवेश
- माइक्रोसॉफ्ट ने 2026 से 2029 तक AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 17.5 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की है।
- गूगल ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 1 गीगावाट के AI डेटा सेंटर के लिए पांच वर्षों में 15 बिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है।
भारत में AI निवेश के प्रति आकर्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने नवाचार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करने में भारत की क्षमता पर जोर दिया। भारत को अपनी विशाल जनसंख्या और बढ़ती अर्थव्यवस्था के कारण एक आशाजनक बाजार के रूप में देखा जाता है, जो वैश्विक तकनीकी विचारों के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करता है।
चुनौतियाँ और अवसर
वैश्विक मानकों की तुलना में मामूली निवेश के बावजूद, ये निवेश कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं के मामले में भारत को एक विशिष्ट श्रेणी में शामिल करने का संकेत देते हैं। विशेषज्ञ उद्यमों का विश्वास और डेवलपर्स की वफादारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिस्पर्धी समन्वय के महत्व पर बल देते हैं।
रोजगार और कौशल पर प्रभाव
- क्लाउड आर्किटेक्ट और AI-केंद्रित उत्पाद प्रबंधकों जैसी उच्च-कुशल भूमिकाओं में वृद्धि की उम्मीद है।
- नियमित नौकरियों में स्वचालन की समस्या आ सकती है, जिससे कौशल बेमेल की चुनौती उत्पन्न हो सकती है।
- उभरती हुई AI-सक्षम भूमिकाओं में संक्रमण के लिए श्रमिकों के लिए नौकरी-तैयार प्रशिक्षण मार्गों पर जोर दिया गया है।
भविष्य के अनुमान
गार्टनर का अनुमान है कि डेटा सेंटर और सॉफ्टवेयर में निवेश के कारण भारत का आईटी खर्च 2026 तक 176.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।