भारत-ओमान व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA)
अवलोकन
18 दिसंबर, 2025 को, भारत और ओमान ने व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए एक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता दोनों देशों के बीच शुल्क श्रेणियों के एक महत्वपूर्ण हिस्से तक शुल्क-मुक्त पहुंच की अनुमति देता है।
CEPA की प्रमुख विशेषताएं
- ओमान भारत को अपनी 98.08% शुल्क श्रेणियों पर शुल्क-मुक्त पहुंच प्रदान करता है, जो ओमान को भारत के 99.38% निर्यात को कवर करता है।
- भारत अपने 77.79% टैरिफ लाइनों पर उदारीकृत टैरिफ की पेशकश करता है, जो ओमान से आयात के 94.81% को कवर करता है।
- इसमें भारत के सेवा क्षेत्र, विशेष रूप से श्रमिक गतिशीलता के लिए लाभकारी रियायतें शामिल हैं।
व्यापार सांख्यिकी (2024-25)
- भारत ने ओमान को 4.06 अरब डॉलर का निर्यात किया, जो उसके कुल निर्यात का 0.93% है।
- भारत ने ओमान से 6.5 अरब डॉलर का आयात किया, जो उसके कुल आयात का 0.91% है।
CEPA का महत्व
- प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि CEPA भारत-ओमान साझेदारी को पुनर्जीवित करेगा, नई व्यापार गतिशीलता को प्रेरित करेगा और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देगा। यह खाड़ी सहयोग परिषद (GCC), पूर्वी यूरोप, मध्य एशिया और अफ्रीका के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है।
आर्थिक और रोजगार पर प्रभाव
- इससे रत्न, वस्त्र और विनिर्माण जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों को लाभ होने की उम्मीद है।
- यह लघु एवं मध्यम उद्यमों, कारीगरों और महिला नेतृत्व वाले उद्यमों के विकास को प्रोत्साहित करता है।
- यह दोनों देशों में युवाओं के लिए रोजगार और नवाचार को बढ़ावा देता है।
CEPA के रणनीतिक तत्व
- दूध, चाय और तंबाकू जैसे संवेदनशील उत्पादों को प्रतिबंधित किया गया है।
- भारतीय पेशेवरों के लिए आवागमन की बेहतर सुविधा, कोटा में वृद्धि और प्रवास की अवधि में विस्तार।
- विभिन्न सेवा क्षेत्रों में प्रतिबद्धताएं, भारतीय सेवा प्रदाताओं को बढ़ावा देना।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
- यह विधेयक ओमान के प्रमुख सेवा क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों द्वारा 100% प्रत्यक्ष निवेश की अनुमति देता है, जिससे भारत के सेवा उद्योग का विस्तार होता है।
व्यापार संरचना
- ओमान को प्रमुख भारतीय निर्यात: पेट्रोलियम उत्पाद (35.1%), प्रसंस्कृत खनिज (9.2%), विमान और पुर्जे (4.3%), सौंदर्य प्रसाधन (3.6%) और बासमती चावल (3.6%)।
- ओमान से प्रमुख आयात: कच्चा तेल और गैसें (38%), खनिज उर्वरक (16.3%), एसाइक्लिक अल्कोहल (6.6%), और अमोनिया (5.8%)।
भविष्य की चर्चाएँ
ओमान द्वारा अपनी अंशदायी सामाजिक सुरक्षा प्रणाली लागू करने के बाद दोनों राष्ट्र सामाजिक सुरक्षा समन्वय पर चर्चा करेंगे।