भारत का मसौदा जलवायु वित्त वर्गीकरण
वित्त मंत्रालय ने भारत के जलवायु वित्त वर्गीकरण (Taxonomy) का मसौदा जारी किया है। इसका उद्देश्य जलवायु-संरेखित निवेशों को प्रोत्साहित करना, ग्रीनवाशिंग को रोकना और यह स्पष्ट करना है कि कौन से क्षेत्र, प्रौद्योगिकियाँ और प्रथाएँ शमन, अनुकूलन या परिवर्तन में योगदान देती हैं। इसे एक "जीवंत" ढाँचे के रूप में तैयार किया गया है, जो भारत की उभरती प्राथमिकताओं और अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों के अनुकूल है।
- वर्गीकरण में पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6.4 तंत्र से प्रेरित एक प्रस्तावित समीक्षा तंत्र शामिल है।
महत्व और प्रभाव
- कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम और ग्रीन बांड सहित भारत के जलवायु वित्त पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण विकास के साथ संरेखित।
- भारत के जलवायु लक्ष्यों का समर्थन करने तथा प्रभावी निवेश संरेखण सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत वर्गीकरण आवश्यक है।