अभ्यास युद्धाभ्यास 2025
भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास, युद्ध अभ्यास का 21वां संस्करण, दो सप्ताह के कठोर अभ्यास के बाद संपन्न हुआ, जिसमें राजनीतिक तनाव के बावजूद दोनों देशों के बीच मजबूत सैन्य संबंधों पर जोर दिया गया।
अभ्यास का विवरण
- स्थान और अवधि: 1-14 सितंबर तक फोर्ट वेनराइट और अलास्का के युकोन प्रशिक्षण क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा।
- प्रतिभागी: मद्रास रेजिमेंट की एक बटालियन के नेतृत्व में भारतीय सेना के लगभग 450 कर्मी, तथा अमेरिकी सेना की 11वीं एयरबोर्न डिवीजन के सैनिक।
रणनीतिक संदर्भ
- यह अभ्यास नए कूटनीतिक गर्मजोशी के साथ हुआ, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत-अमेरिका संबंधों को "विशेष" बताया, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की।
मुख्य गतिविधियों
- कमांड पोस्ट अभ्यास: इसमें भारतीय और अमेरिकी अधिकारी ब्रिगेड और बटालियन स्तरों पर परिचालन योजना, कमान और नियंत्रण, तथा समन्वय पर एक साथ काम करते हैं।
- क्षेत्र प्रशिक्षण: चुनौतीपूर्ण उप-आर्कटिक भूभाग में आयोजित किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:
- अभ्यास और युद्धाभ्यास
- स्नाइपर और टोही जैसे विशेषज्ञ प्रशिक्षण
- आईईडी निरोधक प्रशिक्षण और बाधाएं डालना और ध्वस्तीकरण
अंतिम चरण
- संयुक्त सामरिक अभियान: प्रतिकूल मौसम की स्थिति में निष्पादित, जिसमें शामिल हैं:
- पैदल सेना इकाइयाँ
- तोपें
- विमानन
- इलेक्ट्रानिक युद्ध
- काउंटर-ड्रोन सिस्टम
- विशिष्ट आगंतुक दिवस: पर्यवेक्षकों ने लाइव-फायर युद्धाभ्यास और संयुक्त ऑपरेशन देखे।
समापन टिप्पणी
- दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने संयुक्त अभियानों तथा एक-दूसरे के उपकरणों से परिचित होने तथा वास्तविक कार्य उद्देश्यों की प्राप्ति पर संतोष व्यक्त किया।