पूर्वी तिमोर आसियान में शामिल हुआ
पूर्वी तिमोर, जिसे तिमोर लेस्ते के नाम से भी जाना जाता है, को आधिकारिक तौर पर दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में शामिल कर लिया गया है, जो एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि यह 1990 के दशक के बाद से इस समूह का पहला विस्तार है।
मुख्य अंश
- सपना साकार हुआ: प्रधानमंत्री ज़ानाना गुस्माओ ने इस प्रवेश को पूर्वी तिमोर के लिए एक सपना सच होने जैसा बताया तथा लचीलेपन और दृढ़ संकल्प की यात्रा पर जोर दिया।
- आर्थिक संवृद्धि: एक सदस्य के रूप में, पूर्वी तिमोर (सकल घरेलू उत्पाद लगभग 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) को आसियान आर्थिक समुदाय तक पहुंच प्राप्त होगी, जिसमें लगभग 680 मिलियन लोग और 3.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था है।
सदस्यता का महत्व
- क्षेत्रीय एकीकरण: मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि पूर्वी तिमोर का प्रवेश आसियान परिवार को पूर्ण करता है तथा क्षेत्रीय भाईचारे को बढ़ाता है।
- समावेशिता और अनुकूलनशीलता: विश्लेषकों ने बढ़ते संरक्षणवाद के बीच भी, क्षेत्रवाद और खुलेपन के प्रति आसियान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला है।
ऐतिहासिक संदर्भ
- 1975 में स्वतंत्रता की घोषणा करने से पहले पूर्वी तिमोर एक पुर्तगाली उपनिवेश था, जिसके बाद इंडोनेशिया का 24 वर्षों तक उस पर कब्जा था।
- स्वतंत्रता औपचारिक रूप से 2002 में बहाल कर दी गई तथा वर्तमान में देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री गुस्माओ तथा राष्ट्रपति नोबेल शांति पुरस्कार विजेता जोस रामोस-होर्ता कर रहे हैं।
चुनौतियाँ और अवसर
- आर्थिक विविधीकरण: उच्च बेरोजगारी और गरीबी के स्तर के साथ, पूर्वी तिमोर तेल और गैस उद्योग से परे अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाना चाहता है।
- संस्थागत क्षमता: ISEAS-यूसुफ इशाक इंस्टीट्यूट की जोआन लिन ने पूर्वी तिमोर की प्रशासनिक क्षमता बढ़ाने के लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता की आवश्यकता का उल्लेख किया।
- आसियान के लाभ: सदस्यता से मुक्त व्यापार समझौतों, निवेश अवसरों और व्यापक क्षेत्रीय बाजार तक पहुंच मिलती है।
भविष्य की संभावनाएँ
पूर्वी तिमोर इस नई सदस्यता का लाभ व्यापार, निवेश, शिक्षा और डिजिटल अर्थव्यवस्था में वृद्धि के लिए उठाना चाहता है, जो एक प्रेरणादायक नए अध्याय की शुरुआत होगी।