राजस्व और व्यय लेखा परीक्षा के लिए केंद्रीकृत संवर्ग
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) केंद्र सरकार के वित्त की लेखापरीक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दो केंद्रीकृत कैडर बनाने जा रहा है।
उद्देश्य
- सरकारी वित्त के लेखा-परीक्षण में पेशेवर विशेषज्ञता को गहन करना।
- केंद्रीय सरकार के वित्त की लेखापरीक्षा गुणवत्ता को बढ़ावा देना।
नए कैडर
- केंद्रीय राजस्व लेखा परीक्षा संवर्ग
- केंद्रीय व्यय लेखा परीक्षा संवर्ग
इन संवर्गों की स्थापना को सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थान से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
वर्तमान लेखापरीक्षा संरचना
- नौ महानिदेशक (लेखा परीक्षा) कार्यालयों, प्रधान निदेशक (लेखा परीक्षा) और अनन्य कार्यालयों द्वारा लेखा परीक्षा का प्रबंधन किया जाता है।
- कैडर नियंत्रण कई राज्य कार्यालयों में फैला हुआ है।
केंद्रीकरण के लाभ
- अनेक विखंडित संवर्गों को दो विशिष्ट धाराओं में समेकित करना।
- वरिष्ठ और सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी स्तर पर 4,000 से अधिक लेखा परीक्षा पेशेवर इसमें शामिल होंगे।
बहु-मॉडल परिवहन और रसद पर आगामी रिपोर्ट
कैग ने 2026 में संसद के मानसून सत्र के दौरान मल्टी-मॉडल परिवहन और लॉजिस्टिक्स पहल पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने की योजना बनाई है।
रिपोर्ट विवरण
- भारतीय प्रबंधन संस्थान (मुंबई) के परामर्श से विकसित।
- ध्यान केंद्रित करना:
- लॉजिस्टिक लागत में कटौती।
- व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देना।
- निर्बाध माल परिवहन सुनिश्चित करना।
- डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को एकीकृत करना।
रेलवे ऑडिट विंग फोकस
- 2025-26 में लॉजिस्टिक्स केंद्रों के साथ प्रथम मील और अंतिम मील कनेक्टिविटी।
रिपोर्ट के फोकस क्षेत्र
- राष्ट्रीय रेल योजना 2021–2030
- विनियामक और कानूनी ढाँचे।
- रसद संचालन और डिजिटलीकरण।
- रसद में वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाएँ।
एकीकृत लेखा परीक्षा समूह
- रेलवे, बुनियादी ढांचे, बंदरगाहों, शिपिंग और जलमार्ग जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में समन्वित कार्य करने के लिए गठित।