थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष अवलोकन
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहा संघर्ष सैन्य जुड़ावों और क्षेत्रीय विवादों पर केंद्रित है, जिसमें हाल ही के हवाई हमलों ने तनाव को और बढ़ा दिया है।
हालिया सैन्य संलग्नताएँ
- 8 दिसंबर को, थाई सैनिकों की हत्या के बाद थाईलैंड ने कंबोडिया में सैन्य ठिकानों को लक्षित करते हुए हवाई हमले किए। कंबोडिया ने थाई सैनिकों पर हमला शुरू करने के आरोप से इनकार किया है।
- कंबोडिया का दावा है कि थाई हमला अकारण था और इसमें तीन कंबोडियाई नागरिक घायल हुए हैं।
- संघर्ष के कारण सीमा के दोनों ओर हज़ारों लोगों को निकाला गया है।
ऐतिहासिक संदर्भ
- मलेशिया की मध्यस्थता और अमेरिका के समर्थन से दोनों देशों ने अक्टूबर में एक शांति समझौता पर हस्ताक्षर किए थे।
- पिछली झड़पों में मई की एक घटना शामिल है जहाँ एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया था, जिससे राष्ट्रवादी बयानबाजी और राजनयिक तनाव भड़क उठा था।
- ऐतिहासिक विवाद 1907 से शुरू हुआ जब कंबोडिया में औपनिवेशिक शक्ति फ्रांस ने सीमा को परिभाषित किया था।
केंद्रीय विवाद: प्रीह विहियर मंदिर
- यह मंदिर सांस्कृतिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण है और इस पर दोनों राष्ट्रों द्वारा दावा किया जाता है।
- यह 11वीं और 12वीं शताब्दी में ख्मेर साम्राज्य (Khmer Empire) के दौरान बनाया गया था और यह संघर्ष का केंद्र बिंदु रहा है।
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने 1962 में कंबोडिया के पक्ष में फैसला सुनाया और 2013 में इसकी पुष्टि की; हालाँकि, इस निर्णय से तनाव समाप्त नहीं हुआ है।
वर्तमान कूटनीतिक चुनौतियाँ
- थाईलैंड ने कंबोडिया पर बारूदी सुरंगें बिछाने का आरोप लगाया है, जबकि कंबोडिया ने इस दावे का खंडन किया है।
- थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कंबोडिया से बारूदी सुरंग हटाने और सीमा प्रबंधन जैसी शर्तें पूरी करने की मांग की।
- सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के बावजूद, राष्ट्रवाद विवाद को बढ़ावा देता है, तथा दोनों देश विरासत स्थलों पर मूल स्वामित्व का दावा करते हैं।