सार्क का गठन
9 दिसंबर 1985 को दक्षिण एशिया के सात देशों के नेताओं ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) की शुरुआत की, जो उस समय विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला क्षेत्रीय समूह बन गया। संगठन का उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा माहौल को सुधारना, तथा आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग के माध्यम से जनजीवन के स्तर को बेहतर बनाना था।
- पहले शिखर सम्मेलन में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के नेताओं ने भाग लिया।
- इस शिखर सम्मेलन में सार्क चार्टर को अपनाया गया, जिसके माध्यम से संगठन को औपचारिक रूप से स्थापित किया गया।
सार्क के भविष्य पर दृष्टिकोण
- यह अंतर्दृष्टि व्यक्त की गई थी कि सार्क का कार्यक्षेत्र समय के साथ व्यापार और अन्य मामलों को शामिल करने के लिए विस्तृत होने की उम्मीद है।
- हालाँकि सार्क के चार्टर में द्विपक्षीय मुद्दों को शामिल नहीं किया गया है, लेकिन यह ऐसे विवादों को हल करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य कर सकता है।
- नेताओं के बीच अनौपचारिक चर्चाएँ क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित थीं, जिसमें अफगानिस्तान और कंपूचिया (कंबोडिया) जैसे अंतर्राष्ट्रीय विषयों का कोई उल्लेख नहीं था।