AI वाइब्रेंसी इंडेक्स 2024 में भारत की स्थिति
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी AI वाइब्रेंसी इंडेक्स में भारत को अमेरिका और चीन के बाद तीसरा स्थान दिया गया है। यह रैंकिंग AI क्षेत्र में भारत की प्रगति को दर्शाती है।
भारत की रैंकिंग के प्रमुख कारक
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रतिभा पूल
भारत ने अपने AI प्रतिभा भंडार में उल्लेखनीय वृद्धि दिखाई है, जिससे रैंकिंग में इसकी वृद्धि हुई है। - अनुसंधान एवं विकास (R&D)
देश के भीतर कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संबंधित अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। - अनुकूल जनमत
भारत में AI के प्रति जनभावना सकारात्मक है, जो विभिन्न क्षेत्रों में इसके विकास और एकीकरण का समर्थन करती है।
वैश्विक जीवंतता सूचकांक
AI वाइब्रेंसी इंडेक्स, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ग्लोबल वाइब्रेंसी इंडेक्स का एक हिस्सा है। यह आठ स्तंभों में फैले 42 संकेतकों का उपयोग करके AI में राष्ट्रीय प्रगति और विविधता को मापता है।
अन्य देशों के साथ तुलना
- संयुक्त राज्य अमेरिका
अमेरिका कृत्रिम बुद्धिमत्ता में बड़े निवेश और उन्नत बुनियादी ढांचे के कारण विश्व के अग्रणी देश के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखता है। - चीन
चीन AI प्रकाशनों, उद्धरणों और पेटेंट अनुदानों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करता है और उल्लेखनीय AI मॉडल तैयार करने में दूसरे स्थान पर है। इसने अपनी अर्थव्यवस्था में AI को एकीकृत करने के लिए एक नई रणनीति भी शुरू की है।