विदेश मंत्रालय का आरोपों पर जवाब
भारत के विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग को कथित सुरक्षा खतरों के संबंध में ढाका से प्राप्त रिपोर्टों पर ध्यान दिया।
प्रमुख बिंदु
- भ्रामक प्रचार: विदेश मंत्रालय ने धमकियों की खबरों को 'भ्रामक प्रचार' करार दिया।
- सुरक्षा आश्वासन: इसने आश्वासन दिया कि बांग्लादेश उच्चायोग में किसी प्रकार की घुसपैठ का प्रयास या सुरक्षा संकट की स्थिति नहीं थी।
- पुलिस कार्रवाई: पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कुशलतापूर्वक और तेजी से तितर-बितर कर दिया, सुरक्षा घेरा भंग नहीं हुआ।
भारत की प्रतिबद्धता
- विदेशी मिशनों की सुरक्षा: भारत ने वियना कन्वेंशन के अनुपालन में विदेशी मिशनों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
विरोध प्रदर्शनों का संदर्भ
- विरोध प्रदर्शन का कारण: यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश के मयमनसिंह में कथित तौर पर ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू बांग्लादेशी, दीपू चंद्र दास की हत्या के जवाब में किया गया था।
भारत-बांग्लादेश संबंध
- दास के लिए न्याय: भारत ने बांग्लादेश से आग्रह किया कि वह यह सुनिश्चित करे कि दीपू चंद्र दास के हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।
- बांग्लादेश के साथ संवाद: भारतीय अधिकारी बांग्लादेशी अधिकारियों के संपर्क में हैं और अल्पसंख्यकों पर हमलों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।