चटगांव में भारतीय वीजा संचालन निलंबित
बांग्लादेश के चटगांव में भारतीय वीजा संबंधी परिचालन अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन भारतीय सहायक उच्चायोग (AHCI) में हुई एक सुरक्षा घटना के कारण हुआ है। प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद बांग्लादेश में फैले राष्ट्रव्यापी अशांति के मद्देनजर किया गया है।
अशांति का संदर्भ
- 12 फरवरी को होने वाले चुनावों के उम्मीदवार हादी को 12 दिसंबर को गोली मारी गई और 18 दिसंबर को उनकी मृत्यु हो गई।
- उनकी मृत्यु के कारण चटगांव सहित कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुई।
भारतीय वीजा आवेदन केंद्र की प्रतिक्रिया
- 21 दिसंबर, 2025 से अगली सूचना तक सेवाएं निलंबित रहेंगी।
- पुनः कार्य शुरू करना स्थानीय सुरक्षा आकलन पर निर्भर है।
भारत की राजनयिक प्रतिक्रिया
भारत बांग्लादेश की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और बांग्लादेशी अधिकारियों के संपर्क में है, साथ ही अल्पसंख्यकों पर हमलों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त कर रहा है।
- नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग में हुए विरोध प्रदर्शन की खबरों पर कार्रवाई की गई।
- सुरक्षा उल्लंघन के दावों को दृश्य साक्ष्यों के साथ खारिज कर दिया गया।
मयमनसिंह में हुई घटना
18 दिसंबर को, मयमनसिंह में कथित ईशनिंदा के आरोप में 27 वर्षीय हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
- इस अपराध के लिए 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- बांग्लादेश की अंतरिम सरकार इस मामले को सक्रिय रूप से सुलझा रही है।
बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
- बांग्लादेश ने नई दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन पर भारत की उन टिप्पणियों को खारिज कर दिया, जिनमें सुरक्षा उपायों पर सवाल उठाए गए थे।
- बांग्लादेशी अधिकारियों का दावा है कि मीडिया ने विरोध प्रदर्शन की प्रकृति के बारे में सही रिपोर्टिंग की है।