भारत हिंद महासागर को एक साझा और समावेशी समुद्री क्षेत्र के रूप में देखता है, न कि प्रतिस्पर्धा के एक मंच के रूप में। भारत का दृष्टिकोण "हिंद महासागर से, विश्व के लिए" के विज़न पर आधारित है। इसका अर्थ है कि हिंद महासागर को सहयोग और सबके साथ मिलकर कार्य करने का क्षेत्र होना चाहिए, जहां सभी देशों के हितों का ध्यान रखा जाए, और यहां की शांति और समृद्धि का लाभ अंततः पूरे विश्व को मिले।
हिंद महासागर में बढ़ती चुनौतियां
- जलवायु परिवर्तन का प्रभाव: समुद्र गर्म और अम्लीय हो रहे हैं। साथ ही, उनका जलस्तर भी बढ़ रहा है।
- पारिस्थितिक क्षरण: अवैध, असूचित और अविनियमित (illegal, unreported, and unregulated: IUU) मत्स्यन से महासागर के पारितंत्र पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
- सामाजिक-आर्थिक अस्थिरता: जलवायु संबंधी व्यवधानों के कारण तूफान-महोर्मि (Storm surge) प्रबल हो रहे हैं और प्रवाल भित्तियों (coral reefs) का क्षरण हो रहा है। इससे आजीविका को नुकसान पहुंच रहा है और सामाजिक स्थिरता कमजोर हो रही है।
भारत की ब्लू ओशन रणनीति क्या होनी चाहिए?
- सहकारी प्रबंधन: भारत को जैव विविधता संरक्षण, सतत मत्स्यन, पारिस्थितिकी-तंत्र पुनर्स्थापन तथा साझे महासागरीय क्षेत्र के रूप में साझी सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ ही, प्रतिस्पर्धी दोहन का बहिष्कार करना चाहिए।
- उदाहरण: MAHASAGAR (म्यूच्यूअल एंड हॉलिस्टिक एडवांसमेंट फॉर सिक्योरिटी एंड ग्रोथ अक्रॉस रीजंस) सिद्धांत का लाभ उठाना।
- जलवायु समुत्थानशीलता (Climate Resilience): भारत को तत्परता और अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भारत इस क्षेत्र में सभी के लिए पूर्व-चेतावनी प्रणालियों को बढ़ाने, महासागर पर्यवेक्षण नेटवर्क्स को मजबूत करने आदि के लिए एक क्षेत्रीय अनुकूलन और महासागर नवाचार केंद्र स्थापित करके नेतृत्व कर सकता है।
- समावेशी विकास: हिंद महासागर क्षेत्र में सभी के लिए हरित पोत परिवहन, अपतटीय नवीकरणीय ऊर्जा, संधारणीय जलीय कृषि और समुद्री जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रकों में समावेशी विकास को बढ़ावा देना चाहिए।
- वित्तीय पहलों का लाभ उठाना: ब्लू इकोनॉमी एंड फाइनेंस फोरम (BEFF) 2025; वन ओशन पार्टनरशिप जैसी पहलों के माध्यम से वित्तीय लाभ उठाना चाहिए।
- वन ओशन पार्टनरशिप: इसे COP-30 में आरंभ किया गया था। इसका लक्ष्य 2030 तक महासागर कार्रवाई के लिए 20 बिलियन डॉलर जुटाना है।
- इन वैश्विक वित्त-पोषण को क्षेत्रीय प्राथमिकताओं में लगाने के लिए एक इंडियन ओशन ब्लू फंड बनाया जा सकता है।
भारत के लिए हिंद महासागर का महत्त्व
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