एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (IADWS) उड़ान परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा तट पर एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएस) का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण किया। यह उपलब्धि मिशन सुदर्शन चक्र का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य 2035 तक एक राष्ट्रव्यापी सुरक्षा कवच स्थापित करना है।
IADWS के घटक और विशेषताएं
- आईएडीडब्ल्यूएस एक बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है जिसमें शामिल हैं:
- स्वदेशी त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (QRSAM)
- उन्नत अति लघु दूरी वायु रक्षा प्रणाली (VSHORADS) मिसाइलें
- उच्च शक्ति वाले लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार (DEW)
- एकीकृत करके सुरक्षा की कई परतें प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया:
- निगरानी प्रणालियाँ
- साइबर सुरक्षा उपाय
- वायु रक्षा प्रणालियाँ
- लक्ष्यों में लंबी दूरी की मिसाइलें, विमान और मानव रहित हवाई वाहन (UAV) शामिल हैं।
एकीकरण और सहयोग
- रक्षा अनुसंधान संगठनों और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग अपेक्षित है।
- निम्नलिखित के साथ एकीकरण की योजना बनाई गई है:
- भारतीय वायु सेना की एकीकृत वायु कमान और नियंत्रण प्रणाली (IACCS)
- सेना के आकाशतीर
हालिया विकास और क्षमताएँ
भारत ने पिछले संघर्षों में एस400 ट्रायम्फ, बराक 8 एमआरएसएएम और स्वदेशी आकाश जैसी प्रणालियों का उपयोग करके पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोनों को सफलतापूर्वक नष्ट किया है।