प्रधान मंत्री का ऑटोमोबाइल उद्योग को संदेश
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए सरकार और ऑटोमोबाइल उद्योग के बीच सहयोग पर ज़ोर दिया, क्योंकि भारत 'विकसित भारत' के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के 65वें वार्षिक सम्मेलन के दौरान यह बात कही गई।
प्रधान मंत्री के संदेश के मुख्य विषय
- निवेश और सहयोग के अवसर
- भारत स्मार्ट और हरित गतिशीलता की ओर अग्रसर है।
- इस ट्रांजीशन के परिणामस्वरूप निवेश के अनेक अवसर उपलब्ध हैं।
- अर्थव्यवस्था में भूमिका
- ऑटो उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख चालक है।
- यह "मेक इन इंडिया पहल के अग्रदूत" के रूप में कार्य करता है।
- भारत की छवि को "ऑटोमोटिव उत्कृष्टता के केंद्र" के रूप में मजबूत करना।
- संधारणीयता और नवाचार
- इस क्षेत्र का हरित प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख भारत के स्वच्छ गतिशीलता लक्ष्यों का समर्थन करता है।
- नवाचार डिजाइन, विनिर्माण और तैनाती में नए अवसर पैदा करते हैं।
नीतिगत समर्थन और सुधार
भविष्य के लिए तैयार परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में भारत की प्रगति को मज़बूत नीतिगत ढाँचों और सुधारों का समर्थन प्राप्त है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑटो उद्योग सहित सभी क्षेत्रों में खपत को बढ़ावा देने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (GST) में बदलाव किया है।
65वां SIAM वार्षिक सम्मेलन
यह सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के नेताओं की उपस्थिति में विकसित भारत के लिए सतत गतिशीलता प्रतिमान विषय के अंतर्गत भारत के मोटर वाहन क्षेत्र के भविष्य पर चर्चा की गई।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का वक्तव्य
- केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने E20 रोलआउट कार्यक्रम से संबंधित अपने खिलाफ चलाए जा रहे "पेड पॉलिटिकल कैंपेन" को संबोधित किया।
- उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने E20 कार्यान्वयन पर सवाल उठाने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
- सभी परीक्षण एजेंसियों ने कार्यान्वयन में किसी भी समस्या की पुष्टि नहीं की।