डेटा सेंटर उद्योग की MeitY से प्रमुख मांगें
डेटा सेंटर उद्योग ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के साथ हाल ही में हुई चर्चाओं में महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को व्यक्त किया है, जिसमें दो मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है:
1. समय पर सरकारी अनुमोदन
- उद्योग जगत के लोगों ने डेटा सेंटरों की स्थापना को सुगम बनाने के लिए सरकारी अनुमोदन हेतु स्पष्ट एवं लागू समय-सीमा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।
- नई इकाइयों की स्थापना के लिए कई सरकारी अनुमतियां प्राप्त करने की प्रक्रिया को एक महत्वपूर्ण बाधा के रूप में देखा जाता है।
2. मार्गाधिकार (RoW) मुद्दों को आसान बनाना
- फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाने और विद्युत अवसंरचना के लिए RoW सुरक्षित करना एक जटिल, लंबी प्रक्रिया बनी हुई है।
- भारत भर में विभिन्न स्वामित्वों के आधार पर RoW के लिए असंगत नियम हैं, जिससे प्रक्रिया और जटिल हो जाती है।
- दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा जारी व्यापक RoW नियमों का अक्सर नगरपालिकाओं द्वारा पालन नहीं किया जाता है या जानबूझकर उनकी अनदेखी की जाती है।
- एक कार्यकारी ने सुझाव दिया कि MeitY को RoW मुद्दों को हल करने के लिए एक संस्थागत तंत्र स्थापित करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी अनुमोदन एक निश्चित समय सीमा के भीतर प्रदान किए जाएं।
3. राष्ट्रीय डेटा सेंटर नीति
- राष्ट्रीय डेटा सेंटर नीति के मसौदे पर आधिकारिक परामर्श अगस्त में फिर से शुरू हुआ, जिसकी घोषणा 2020 में की गई थी लेकिन इसे लागू नहीं किया गया था।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अनुरोध किया गया है कि वह दूरसंचार विभाग के साथ समन्वयन संबंधी मुद्दों तथा देश में फाइबर ऑप्टिक केबल कनेक्टिविटी में आने वाली कमियों को दूर करे।
4. अतिरिक्त उद्योग अनुरोध
- उद्योग जगत AI डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए विशिष्ट परिचालन दिशा-निर्देश और प्रोत्साहन चाहता है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने इन सूचनाओं के प्राप्त होने की बात स्वीकार की है तथा वे अंतर-मंत्रालयी मंचों पर इन पर चर्चा करेंगे।