अघोषित विदेशी संपत्तियों के लिए CBDT की नगद पहल
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने अपने "गाइड एंड इनेबल (NUDGE) अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य डेटा के गैर-हस्तक्षेप उपयोग को मार्गदर्शन और सक्षम बनाना है।" यह पहल उन करदाताओं को लक्षित करने पर केंद्रित है जिन्होंने विदेशी संपत्तियों की जानकारी नहीं दी है।
उद्देश्य और लक्ष्य
- इस अभियान का उद्देश्य करदाताओं के बीच स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देना है, तथा उन्हें जुर्माने से बचने के लिए 31 दिसंबर तक अपने कर रिटर्न की समीक्षा और संशोधन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- इसने जून तक लगभग 1,080 मामलों का मूल्यांकन किया है, जिससे लगभग 40,000 करोड़ रुपये की मांग सामने आई है।
- यह पहल स्पष्ट रूप से अघोषित विदेशी परिसंपत्तियों वाले उच्च जोखिम वाले मामलों को लक्षित करती है, तथा प्रारम्भ में लगभग 25,000 करदाताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कार्यान्वयन रणनीतियाँ
- अघोषित विदेशी संपत्ति वाले करदाताओं को SMS और ई-मेल सूचनाएं प्राप्त होंगी, जिनमें उनसे अपनी संपत्ति और आय का सही-सही खुलासा करने का आग्रह किया जाएगा।
- CBDT विदेशी संपत्ति रखने वाले कर्मचारियों के बीच गोपनीयता की समस्या को दूर करने के लिए उद्योग निकायों और बड़ी कंपनियों के साथ सहयोग करेगा।
ऐतिहासिक संदर्भ और लक्ष्य
नवंबर 2024 में NUDGE अभियान के पहले चरण में 24,678 करदाताओं को ₹29,208 करोड़ मूल्य की विदेशी संपत्ति और ₹1,089.88 करोड़ की विदेशी स्रोत आय का खुलासा करने के लिए सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया गया।
दंड और नियामक ढांचा
- काला धन अधिनियम के तहत विदेशी संपत्ति का खुलासा न करने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना, 30% कर और देय कर पर 300% जुर्माना लगता है।
- पारदर्शिता और अनुपालन बढ़ाने के लिए CBDT सूचना के स्वचालित आदान-प्रदान ढांचे, सामान्य रिपोर्टिंग मानकों और विदेशी खाता कर अनुपालन अधिनियम के माध्यम से साझेदार क्षेत्राधिकारों से जानकारी का उपयोग करता है।
सरकारी दृष्टिकोण के साथ संरेखण
यह पहल सरकार के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है - स्वैच्छिक अनुपालन और पारदर्शिता की संस्कृति को बढ़ावा देकर 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलना।