बुनियादी बचत बैंक जमा (BSBD) खातों पर RBI का स्पष्टीकरण
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने BSBD खातों के संबंध में 1 अप्रैल, 2026 से प्रभावी संशोधन जारी किए हैं, जिसमें उनके संचालन और दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित कई पहलुओं को स्पष्ट किया गया है।
मुख्य निर्देश और स्पष्टीकरण
- मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग:
- बैंकों को BSBD खातों के लिए मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना आवश्यक है।
- शाखा में या एटीएम तथा बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट के माध्यम से नकद जमा पर कोई शुल्क नहीं लगाया जा सकता।
- पात्रता मापदंड:
- RBI ने ग्राहक की आय या प्रोफाइल के आधार पर पात्रता मानदंड निर्धारित करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
- इसका उद्देश्य BSBD खातों को सभी के लिए किफायती और सुलभ बनाना है।
- जोखिम प्रबंधन और केवाईसी:
- मानक केवाईसी और धन शोधन विरोधी दिशानिर्देश BSBD खातों पर लागू होते हैं।
- RBI ने अन्य बचत खातों के समान जोखिम के कारण BSBD खातों में सुविधाओं को सीमित करने से इनकार कर दिया।
- नाबालिगों के लिए खाते:
- बैंक जोखिम प्रबंधन के लिए छोटे खातों में जमा और शेष राशि पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।
- इन खातों में नाबालिगों के नाम पर बैंक खातों पर लागू नियमों का पालन किया जाएगा।
- एकाधिक BSBD खातों पर प्रतिबंध:
- BSBD खाताधारक उसी बैंक या किसी अन्य बैंक में दूसरा BSBD खाता नहीं खोल सकता है।
- RBI BSBD खातों के दोहराव को रोकने के लिए एक रजिस्ट्री बनाने पर विचार कर रहा है।
- खाता रूपांतरण के दौरान बैंक यह घोषणा मांग सकते हैं कि ग्राहक के पास किसी अन्य बैंक में BSBD खाता नहीं है।
- अतिरिक्त बचत खाता:
- BSBD खाताधारक को उसी बैंक में एक अन्य बचत बैंक खाता खोलने की अनुमति है।
ग्राहकों के लिए निहितार्थ
- मौजूदा BSBD खाताधारक अनुरोध पर नई शुरू की गई मुफ्त सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।