श्रमिक गतिशीलता पर भारत-रूस समझौता
5 दिसंबर, 2025 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में रूसी राष्ट्रपति के लिए आयोजित भोज के दौरान, भारत और रूस ने रूस में भारतीय अर्ध-कुशल और कुशल श्रमिकों की गतिशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
समझौतों का विवरण
- दो मुख्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए:
- अस्थायी श्रम गतिविधि समझौता: यह समझौता रूस में भारतीय नागरिकों के रोजगार को सुगम बनाता है, तथा उनके अधिकारों और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
- अनियमित प्रवासन से निपटने में सहयोग: इस समझौते का उद्देश्य धोखाधड़ीपूर्ण भर्ती प्रथाओं और अनियमित प्रवासन से निपटना है।
संदर्भ और महत्व
- रूस में बढ़ती मांग: रूस में पांच लाख अर्ध-कुशल श्रमिकों की मांग है, जिसके कारण मास्को भारत जैसे मित्र देशों के साथ साझेदारी की तलाश कर रहा है।
- ऐतिहासिक मुद्दे: इन समझौतों का उद्देश्य उन भारतीयों के सामने आने वाली समस्याओं को रोकना है, जिन्हें यूक्रेन में रूसी सशस्त्र बलों के लिए लड़ने के लिए धोखाधड़ी से भर्ती किया गया था।
अधिकारियों के बयान
- विदेश सचिव: विदेश में सुरक्षित रोजगार प्रथाओं के महत्व पर प्रकाश डाला और भारतीयों से विदेशी नौकरी प्रस्तावों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया।
- विदेश मंत्री: श्रमिकों की गतिशीलता को सक्षम करने के लिए औपचारिक व्यवस्था की आवश्यकता पर बल दिया, क्योंकि यह आज की अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण कारक है।