भारत में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की तीव्र वृद्धि
भारत ने उद्यमिता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जहां अब 2 लाख से अधिक सरकारी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप मौजूद हैं। इस वृद्धि का प्रमाण इस वर्ष अकेले 44,000 से अधिक संस्थाओं को मिली मान्यता है, जो स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे उच्च वार्षिक आंकड़ा है।
मुख्य विशेषताएं
- महिला नेतृत्व:
इनमें से लगभग 48% स्टार्टअप में कम से कम एक महिला निदेशक या भागीदार के रूप में कार्यरत है। यह उद्यमशीलता के क्षेत्र में लैंगिक समावेशिता की दिशा में एक सकारात्मक रुझान दर्शाता है। - रोजगार सृजन:
मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स ने रोजगार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे 21 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित हुई हैं। - वित्तीय सहायता और निवेश:
- स्टार्टअप्स के लिए निधि योजना:
वैकल्पिक निवेश कोषों के माध्यम से 1,350 से अधिक स्टार्टअप में 25,320 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। - स्टार्टअप्स के लिए क्रेडिट गारंटी योजना:
स्टार्टअप उद्यमों को समर्थन देने के लिए 775 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। - स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना:
इनक्यूबेटरों द्वारा 3,200 से अधिक स्टार्टअप आवेदनों के लिए 585 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की गई।
- स्टार्टअप्स के लिए निधि योजना:
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि जैसे ही देश नए साल में प्रवेश करने की तैयारी कर रहा है, नवाचार और उद्यमशीलता की भावना विकास को गति देने, अवसर पैदा करने और सभी के लिए समृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।