आतंकवाद के वित्तपोषण के जोखिमों पर FATF की रिपोर्ट
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने एक व्यापक रिपोर्ट जारी की, जिसमें आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और ऑनलाइन भुगतान सेवाओं के दुरुपयोग पर प्रकाश डाला गया है।
प्रमुख घटनाएँ उजागर
- पुलवामा हमला (2019): हमले के लिए आवश्यक सामग्री, जैसे- एल्यूमीनियम पाउडर, अमेज़न से खरीदी गई थी।
- गोरखनाथ मंदिर घटना (2022): जांच से पता चला कि ISIL को समर्थन देने के लिए पे-पाल के माध्यम से ₹669,841 ($7,685) हस्तांतरित किए गए तथा हस्तांतरण को छिपाने के लिए VPNs और ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग किया गया।
आतंकवाद के वित्तपोषण के तरीके
- राज्य प्रायोजन: कुछ आतंकवादी संगठन धन जुटाने की तकनीक के रूप में राज्य प्रायोजन का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय सरकारों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे हैं।
- ऑनलाइन भुगतान सेवाएँ: ट्रेसेबिलिटी कठिन होती है, जिससे भुगतान करने वालों और प्राप्तकर्ताओं की स्पष्ट पहचान के बिना धन का स्थानांतरण आसान हो जाता है। कम लागत वाले, तेज़ हस्तांतरण आतंकवादियों को आकर्षित करते हैं।
- ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म: उपकरण, रसायन और हथियार खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाता है।
केस स्टडीज़ और उदाहरण
- ई-कॉमर्स और EPOMs: आतंकवादियों ने व्यापार आधारित धन शोधन योजनाओं से प्रेरित होकर परिचालन खरीद और धन-स्थानांतरण के उद्देश्यों के लिए अमेज़न और ऑनलाइन मार्केटप्लेस जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग किया।
- VPNs और ऑनलाइन भुगतान सेवाओं का उपयोग: गोरखनाथ मंदिर मामले में, ISIL गतिविधियों को समर्थन देने के लिए VPNs का उपयोग कर पे-पाल के ज़रिए अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन की सुविधा प्रदान की गई थी।
निहितार्थ और FATF अवलोकन
- भुगतान ऐप्स और ट्रेसेबिलिटी संबंधी समस्याएं: ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों की ट्रेसेबिलिटी कम होने के कारण उन्हें अधिक जांच की आवश्यकता है, जिससे आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क की पहचान करना जटिल हो जाता है।
- धन-संचालन के लिए विविध चैनल: आतंकवादी फिनटेक सेवाओं का उपयोग करते हैं, धन-संचालन के तरीकों में विविधता लाने के लिए कम लागत वाले समाधान पेश करते हैं तथा गुमनामी का लाभ उठाते हैं।
- भर्ती और क्राउडफंडिंग: सामाजिक नेटवर्क के साथ एकीकृत ऑनलाइन सेवाएं एक ही मंच का उपयोग करके भर्ती, क्राउडफंडिंग और धन हस्तांतरण को सुविधाजनक बनाती हैं।
- यूरोपोल का आकलन: पीयर-टू-पीयर भुगतान प्रणाली का उपयोग आमतौर पर आतंकवादी समूहों, विदेशी लड़ाकों और EoRMT समूहों द्वारा संसाधनों की खरीद और चरमपंथी सामग्री बेचने के लिए किया जाता है।
रिपोर्ट में आतंकवाद के वित्तपोषण का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वित्तीय नेटवर्क की कड़ी निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया गया है।