आचार्य विनोबा भावे (1895-1982)

प्रधान मंत्री ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
आचार्य विनोबा भावे के बारे में
- उनका जन्म 1895 में गागोदे (महाराष्ट्र का एक आदिवासी गाँव) में हुआ था।
- वे ‘भारत के राष्ट्रीय शिक्षक’ और महात्मा गांधी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी माने जाते हैं।
प्रमुख योगदान
- स्वतंत्रता संग्राम में:
- भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया।
- व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन में पहले सत्याग्रही बने।
- उन्होंने साबरमती आश्रम में छात्रों को पढ़ाया तथा खादी, शिक्षा और स्वच्छता जैसे रचनात्मक कार्यों में प्रयोग किए।
- ग्राम-सेवा को संगठित करने के लिए विनोबा भावे ने 1934 में ग्राम-सेवा मंडल की स्थापना की।
- उन्हें भूदान आंदोलन (1951) के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
- यह भारत में एक स्वैच्छिक और अहिंसक सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन था जिसका उद्देश्य भूमिहीन किसानों के बीच भूमि का पुनर्वितरण करना था।
- साहित्यिक कृतियाँ: गीताई और गीता प्रवचने, स्थितप्रज्ञ-दर्शन, गीताई चिंतनिका, ज्ञानदेवा चीं भजनें , ईशावास्य-वृत्ति, विचार-पोथी, स्वराज्य-शास्त्र।
- मूल्य (Values): संयम, निस्वार्थ भाव, सादगी, न्याय और समानता।