शोधकर्ताओं ने सिंधु घाटी सभ्यता (IVC) के पतन के कारणों को सुलझाने का दावा किया | Current Affairs | Vision IAS
मेनू
होम

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए प्रासंगिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर समय-समय पर तैयार किए गए लेख और अपडेट।

त्वरित लिंक

High-quality MCQs and Mains Answer Writing to sharpen skills and reinforce learning every day.

महत्वपूर्ण यूपीएससी विषयों पर डीप डाइव, मास्टर क्लासेस आदि जैसी पहलों के तहत व्याख्यात्मक और विषयगत अवधारणा-निर्माण वीडियो देखें।

करंट अफेयर्स कार्यक्रम

यूपीएससी की तैयारी के लिए हमारे सभी प्रमुख, आधार और उन्नत पाठ्यक्रमों का एक व्यापक अवलोकन।

ESC

In Summary

हाल के शोध से पता चला है कि सिंधु घाटी सभ्यता का पतन किसी एक विनाशकारी घटना के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक पड़े सूखे, संसाधनों की कमी, पर्यावरण परिवर्तन और सामाजिक कारकों के कारण हुआ।

In Summary

हाल ही में, “कम्युनिकेशन्स अर्थ एंड एनवायरनमेंट” पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार हड़प्पा सभ्यता यानी सिंधु घाटी सभ्यता का पतन किसी एक बड़ी विनाशकारी घटना के कारण नहीं हुआ था।

अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष

  • सूखे का प्रभाव: सामान्य धारणा यह थी कि सिंधु घाटी सभ्यता का पतन किसी एक विनाशकारी घटना के कारण हुआ। नए अध्ययन के अनुसार यह कई सदियों तक जारी सूखे की कई दीर्घकालिक घटनाओं का परिणाम था।
    • 2425 से 1400 ईसा पूर्व के बीच लगभग 85 वर्षों तक चलने वाले चार भीषण सूखे पड़े, जिनका प्रभाव लगभग पूरे क्षेत्र पर पड़ा।
  • संसाधनों में कमी होना: जल-चक्रों (hydrological) में परिवर्तन के कारण नदियों, झीलों और मृदा में जल की कमी हो गई। इन परिघटनाओं ने हड़प्पावासियों को जीवन की अनुकूल दशाओं की खोज में बार-बार जगह बदलने के लिए मजबूर कर दिया।
  • व्यापार में गिरावट दर्ज होना: नदियों में जलस्तर कम होने से नदी मार्ग से होने वाला व्यापार बाधित हुआ और कृषि कार्य भी चुनौतीपूर्ण हो गया। इन वजहों से आबादी को पलायन करना पड़ा। 
  • अन्य कारक: खाद्य आपूर्ति में कमी, शासकीय संरचना कमजोर होना जैसे कारकों ने भी सिंधु घाटी सभ्यता के पतन की प्रक्रिया को तेज किया।
Watch Video News Today
Title is required. Maximum 500 characters.

Search Notes

Filter Notes

Loading your notes...
Searching your notes...
Loading more notes...
You've reached the end of your notes

No notes yet

Create your first note to get started.

No notes found

Try adjusting your search criteria or clear the search.

Saving...
Saved

Please select a subject.

Referenced Articles

linked

No references added yet

Subscribe for Premium Features