सुर्ख़ियों में रहे व्यक्तित्व | Current Affairs | Vision IAS
News Today Logo

    सुर्ख़ियों में रहे व्यक्तित्व

    Posted 11 Dec 2025

    1 min read

    Article Summary

    Article Summary

    उनकी जयंती पर, गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी, भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री, स्वतंत्र पार्टी के संस्थापक और भारत रत्न से सम्मानित चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (राजाजी) को उनके नेतृत्व, सुधारों और सत्यनिष्ठा और देशभक्ति के चिरस्थायी मूल्यों के लिए याद किया गया।


    चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1878-1972)

    चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को उनकी जयंती पर याद किया गया।

    सी. राजगोपालाचारी के बारे में 

    • ये लोकप्रिय रूप से राजाजी के नाम से जाने जाते थे। इनका जन्म 10 दिसंबर को थोरापल्ली (तमिलनाडु) में हुआ था।
    • वे एक प्रसिद्ध वकील, समाज सुधारक और एक सक्षम प्रशासक थे।
    • प्रमुख योगदान
      • गांधीजी के साथ वार्ता के बाद (1919) उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लिए कार्य करने हेतु अपने कानूनी पेशे को छोड़ दिया था।
        • गांधी ने उन्हें 'मेरे अंतःकरण का रक्षक' कहा था।
      • इन्होंने रोलेट एक्ट विरोध, असहयोग आंदोलन, वायकोम सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लिया था।
      • वर्ष 1930 में नमक कानून तोड़ने के लिए वेदारण्यम मार्च का नेतृत्व किया था।
      • स्वतंत्रता के बाद:
    • 1950 तक भारत के अंतिम और एकमात्र भारतीय गवर्नर-जनरल रहे थे।
    • तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (1952-54) रहे थे।
    • स्वतंत्र पार्टी का गठन किया था।
    • पुरस्कार: 1954 में भारत रत्न।
    • प्रमुख लेखन: रामायण - चक्रवर्ती तिरुमगन (तमिल)।
    • मूल्य: देशभक्ति, सत्यनिष्ठा, गरिमा, आदि।
    • Tags :
    • Modern India
    • Bharat Ratna
    • C. Rajagopalachari
    • Vedaranyam March
    Watch News Today
    Subscribe for Premium Features