वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का परमाणु ऊर्जा उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा | Current Affairs | Vision IAS
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    वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का परमाणु ऊर्जा उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा

    Posted 11 Dec 2025

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    एनपीसीआईएल ने वित्त वर्ष 2024-25 में बिजली उत्पादन का ऐतिहासिक 50 बीयू का आंकड़ा पार कर लिया, जिससे 49 मिलियन टन CO₂ उत्सर्जन से बचा जा सका। भारत का लक्ष्य 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु क्षमता हासिल करना है, ऐसे में परमाणु ऊर्जा मिशन, लघु मॉड्यूलर रिएक्टर, भारत लघु रिएक्टर और नई 700 मेगावाट पीएचडब्ल्यू इकाइयों जैसी हालिया पहल स्वच्छ और विश्वसनीय परमाणु ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है।


    परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के अनुसार, न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने वित्त वर्ष 2024-25 में 50 अरब यूनिट्स (BUs) का उत्पादन आंकड़ा पार कर लिया है। NPCIL के परिचालन इतिहास में पहली बार यह उपलब्धि हासिल हुई है। 

    • इससे लगभग 49 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोकने में मदद मिली है।

    भारत में परमाणु ऊर्जा

    • भारत ने एक त्रि-चरणीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम अपनाया है (इन्फोग्राफिक देखें)।
    • वर्तमान स्थिति: जुलाई 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार परमाणु ऊर्जा कुल उत्पादित विद्युत में लगभग 3% का योगदान देती है।
    • लक्ष्य: 2047 तक 100 गीगावाट (GW) परमाणु ऊर्जा क्षमता हासिल करना।

    भारत में परमाणु ऊर्जा को आगे बढ़ाने के लिए प्रमुख पहलें

    • परमाणु ऊर्जा मिशन: इसे केंद्रीय बजट 2025-26 में प्रस्तुत किया गया था। यह स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स (SMRs) के अनुसंधान एवं विकास (R&D) पर केंद्रित है।
      • SMRs उन्नत परमाणु रिएक्टर्स हैं। इनकी विद्युत उत्पादन क्षमता 300 मेगावाट (MW) प्रति यूनिट तक होती है। यह पारंपरिक परमाणु ऊर्जा रिएक्टर्स की उत्पादन क्षमता का लगभग एक तिहाई है। 
    • भारत स्मॉल रिएक्टर्स (Bharat Small Reactors: BSRs) का विकास: BSRs 220 मेगावाट के प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर्स (PHWRs) हैं। ये सुरक्षा और प्रदर्शन की दृष्टि से प्रमाणित रिएक्टर्स हैं। 
      • PHWRs, प्राकृतिक यूरेनियम से संचालित होते हैं। इनमें भारी जल (D2O) का उपयोग मंदक (Moderator) और शीतलक (Coolant) के रूप में किया जाता है।
    • क्षमता वृद्धि की दिशा में प्रमुख उपलब्धियां
      • गुजरात के काकरापार में स्वदेशी रूप से निर्मित 700 MWe के PHWR की पहली दो इकाइयों (KAPS- 3 और 4) ने वित्त वर्ष 2023-24 में वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया है।
      • माही बांसवाड़ा राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना (MBRAPP) का शुभारंभ किया गया है, जो 4 x 700 MWe PHWR है।
      • रावतभाटा परमाणु ऊर्जा परियोजना (RAPP) यूनिट 7: यह तीसरी स्वदेशी 700 MWe PHWR है। इसने 2025 में व्यावसायिक रूप से परिचालन आरंभ कर दिया है।
    • Tags :
    • Nuclear
    • Thorium
    • Energy
    • Department of Atomic Energy
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