संत गुरु रविदास

हाल ही में, संत गुरु रविदास की जयंती मनाई गई।
संत गुरु रविदास के बारे में
- इनका जन्म 14वीं शताब्दी में वाराणसी में हुआ था। वे निर्गुण भक्ति आंदोलन के भक्ति संत थे।
- उनकी शिक्षाओं में मंदिर-आधारित अनुष्ठानों को खारिज किया गया था और अपनी आजीविका जारी रखते हुए निरंकार (निराकार ईश्वर) के प्रति समर्पण की वकालत की थी।
- उनके महत्वपूर्ण योगदान:
- उन्होंने अस्पृश्यता और जातिगत भेदभाव की व्यवस्था का विरोध किया था।
- अपने कार्यों में उन्होंने बेगमपुरा की एक कल्पना प्रस्तुत की थी। बेगमपुरा एक ऐसा समाज होगा जो भय, शासकों, करों, जाति-आधारित पदानुक्रमों और स्थानिक प्रतिबंधों से मुक्त होगा।
- उनके भक्ति गीत और कविताएं गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं।