इस समिट का समापन ‘लोगों और ग्रह के लिए समावेशी एवं संधारणीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ पर वक्तव्य के साथ हुआ। यह लोगों और ग्रह के लिए पेरिस समझौते के अनुरूप है।

- इसमें निम्नलिखित का आह्वान किया गया है-
- डिजिटल विभाजन को कम करने के लिए AI तक पहुंच को बढ़ावा देना;
- खुले, समावेशी, पारदर्शी और भरोसेमंद AI को सुनिश्चित करना;
- AI नवाचार के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाना और AI उपयोग को प्रोत्साहित करना।
AI एक्शन समिट के प्रमुख परिणाम
- पर्यावरणीय दृष्टि से संधारणीय AI के लिए गठबंधन: इसका उद्देश्य AI को पर्यावरणीय दृष्टि से अधिक संधारणीय पथ पर लाने के लिए वैश्विक गति को बढ़ाना है।
- इस गठबंधन को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के सहयोग से फ्रांस ने शुरू किया है।
- भारत इसका संस्थापक सदस्य है।
- करंट AI: यह लोक कल्याण के लिए AI को बढ़ावा देने हेतु एक वैश्विक लोक हित साझेदारी है। यह 'डेटा, खुलेपन और जवाबदेही' पर ध्यान केंद्रित करती है।
- इसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 2.5 बिलियन डॉलर जुटाना है।
- भारत एक साझेदार देश है।
- साझे हित के लिए AI हेतु पेरिस चार्टर: वैज्ञानिक प्रगति, नवाचार आदि को प्रोत्साहित करने के लिए AI के खुलेपन के सिद्धांतों पर सहमति; AI डिजाइन के प्रत्येक चरण में जवाबदेही; लोक हित के लिए AI में भागीदारी और पारदर्शिता।
- भारत ने चार्टर को अपना लिया है।
- AI सक्षम हथियार प्रणालियों पर मानव नियंत्रण बनाए रखने पर पेरिस घोषणा-पत्र को अपनाया गया। भारत ने इस घोषणा-पत्र का समर्थन नहीं किया।