भगवान बिरसा मुंडा (1875-1900)
प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनके शहीद दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

बिरसा मुंडा के बारे में
- उनका जन्म झारखंड के छोटानागपुर पठार में स्थित उलीहातु गांव में हुआ था।
- उनका संबंध मुंडा जनजाति से था। उन्हें 'धरती आबा' (धरती का पिता) के नाम से भी जाना जाता है।
योगदान
- मुंडा विद्रोह/ उलगुलान (महाविप्लव), 1899 और 1900 के बीच: यह ब्रिटिश शासन और उनकी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनजातीय विद्रोह था।
- उन्होंने बिरसाइत के नाम से एक नए संप्रदाय की स्थापना की।
- शराबखोरी, जादू-टोना और अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चलाया। लोगों में स्वच्छता के बारे में जागरूकता का प्रसार किया।
- मूल्य: बहादुरी, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, न्याय, नेतृत्व आदि।