2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका में 829 किमी की एकल आकाशीय बिजली की चमक उत्पन्न हुई थी, जो कि एक रिकॉर्ड बना है। यह पूर्वी टेक्सास से शुरू होकर कंसास सिटी के पास तक फैली थी।
आकाशीय बिजली के बारे में

- उत्पत्ति: आकाशीय बिजली वायुमंडल में बहुत तीव्र और व्यापक विद्युत आवेश का निर्मुक्त होना है। आकाशीय बिजली, गर्जन करने वाले बादल के भीतर दो विपरीत आवेशों के बीच (इंट्रा-क्लाउड लाइटनिंग) या बादल में और जमीन पर दो विपरीत आवेशों के बीच (क्लाउड-टू-ग्राउंड लाइटनिंग) उत्पन्न हो सकती है।
- यह आवेश वायु के तापरोधी गुण को खंडित कर देता है। इस कारण भूमि पर बिजली गिरती है।
- प्रभाव: बिजली जब गिरती है, तो उसके आसपास की हवा तेजी से गर्म हो जाती है, जिससे वह फैलती है और तीव्र ध्वनि (गर्जन) पैदा होती है।
- बिजली और गरज के साथ आने वाले तूफान को थंडरस्टॉर्म कहते हैं।
- कारण:
- तापमान में वृद्धि: तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से भारत में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में 7% से 18% तक की बढ़ोतरी होती है।
- प्रदूषण: एरोसोल के स्तर में वृद्धि।
- शहरीकरण आदि।
- भारत में रुझान: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और क्लाइमेट रेजिलिएंट ऑब्जर्वेशन-सिस्टम्स प्रमोशन काउंसिल (CROPC) के अनुसार, 2019-2024 के बीच इन घटनाओं में 57% की वृद्धि हुई है।
- मुख्य खतरे:
- इमारतों में बिजली गिरने से आग/ विस्फोट (ताप रोधी क्षमता के खंडित होने और शॉर्ट सर्किट के कारण),
- वृक्षों का टूटना (नमी के वाष्पीकरण से),
- जान-माल का नुकसान, आदि।
भारत द्वारा उठाए गए कदम
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)
- दो स्तरीय एप्रोच: वैज्ञानिक समाधान और समुदायों में उनका क्रियान्वयन तथा जलवायु कार्रवाई के जरिए घटनाओं को कम करना।
- आकाशीय बिजली और थंडरस्टॉर्म से बचाव एवं प्रबंधन के लिए कार्य योजना की तैयारी हेतु दिशा-निर्देश (2019)।
- अन्य: आकाशीय बिजली की प्रारंभिक चेतावनी के प्रसार के लिए प्रोटोकॉल, SACHET मोबाइल एप्लिकेशन, आदि।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
- यह तीन मोड्स में आकाशीय बिजली की चेतावनी जारी करता है: 5 दिन से 24 घंटे तक का लाइटनिंग आउटलुक, नाउकास्ट (तत्काल पूर्वानुमान), और दामिनी मोबाइल ऐप।
- अन्य: तीन आकाशीय बिजली पहचान नेटवर्क, डॉप्लर वेदर रडार्स (DWRs) नेटवर्क आदि।