2004 में हिंद महासागर में विनाशकारी सुनामी उत्पन्न हुई थी। यह इंडोनेशिया के सुंडा ट्रेंच के पास आए 9.1 तीव्रता के भूकंप के कारण हुई थी। इस सुनामी ने लगभग 14 देशों में भारी तबाही मचाई थी।
- सुंडा ट्रेंच प्रशांत महासागर के "रिंग ऑफ फायर" में अवस्थित है। "रिंग ऑफ फायर" तीव्र ज्वालामुखी और भूकंपीय गतिविधियों का एक आर्च है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया से होते हुए जापान से लेकर प्रशांत बेसिन तक फैला हुआ है।
सुनामी के बारे में
- भूकंप, भूस्खलन, समुद्र में लावा के प्रवेश, समुद्री पर्वत के ढहने या उल्कापिंड के प्रभाव के कारण समुद्री नितल पर तीव्र हलचल उत्पन्न होती है। इसके कारण जल के भीतर पैदा होने वाली अशांति से तरंगों की विशाल श्रृंखला पैदा होती है। इसे सुनामी कहा जाता है।
- सुनामी की विशेषता
- सुनामी की लहरें गहरे महासागरीय क्षेत्र में जहाजों द्वारा अनुभव नहीं की जाती हैं, क्योंकि वहां इन लहरों की ऊंचाई (आयाम) बहुत कम होती है, जबकि इन लहरों के बीच की दूरी एक-दूसरे से बहुत अधिक होती है।
- हालांकि, जब सुनामी उथले जल के पास पहुंचती है, तो समुद्री लहरों का आयाम (ऊंचाई) बढ़ जाता है।
- सुनामी की गति समुद्र की गहराई पर निर्भर करती है, न कि लहर के स्रोत से दूरी पर।
- सुनामी की लहरें गहरे महासागरीय क्षेत्र में जहाजों द्वारा अनुभव नहीं की जाती हैं, क्योंकि वहां इन लहरों की ऊंचाई (आयाम) बहुत कम होती है, जबकि इन लहरों के बीच की दूरी एक-दूसरे से बहुत अधिक होती है।

सुनामी के प्रभाव से निपटने के लिए उठाए गए कदम
वैश्विक
- UNESCO-IOC सुनामी रेडी रिकग्निशन प्रोग्राम: यह वैश्विक तटीय क्षेत्रों में सुनामी से संबंधित जोखिमों की रोकथाम को मजबूत करने के लिए एक स्वैच्छिक एवं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय-आधारित प्रयास है।
- सुनामी यूनाइटेड प्रोग्राम: यह सुनामी से निपटने से जुड़ी तैयारी बेहतर बनाने के लिए यूनेस्को की प्रमुख पहल है।
- वैश्विक सुनामी पूर्व चेतावनी और शमन कार्यक्रम: यह UNESCO-IOC द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है। इसके तहत सदस्य देशों को सुनामी से संबंधित जोखिमों का आकलन करने, पूर्व चेतावनी प्रणाली लागू करने आदि में सहायता प्रदान की जाती है।
भारत
- भारतीय सुनामी प्रारंभिक चेतावनी केंद्र (Indian Tsunami Early Warning Centre- ITEWC): इसे भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना विज्ञान केंद्र, हैदराबाद में स्थापित किया गया है। ITEWC भारत को सुनामी से संबंधित सलाह/ सूचना देने हेतु नोडल एजेंसी है।
- भारत में सुनामी के प्रबंधन पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
- ऐप्स और डिवाइस का विकास: उदाहरण के लिए समुद्र में चेतावनी और अलर्ट के लिए GEMINI डिवाइस।