WHO ने मोटापे के लिए GLP-1 उपचारों की सशर्त अनुमति दी है। WHO के व्यापक दिशा-निर्देश में स्वस्थ आहार का सेवन, शारीरिक सक्रियता बढ़ाना, स्वास्थ्य पेशेवर की सहायता लेना जैसे व्यापक दृष्टिकोण शामिल हैं।
- ये दिशा-निर्देश वयस्कों में मोटापे के दीर्घकालिक उपचार में उपयोग होने वाली तीन GLP-1 दवाओं के लिए विशेष सिफारिशें प्रदान करते हैं। ये तीन दवाइयां हैं; लिराग्लूटाइड, सेमाग्लूटाइड और टिरेज़ेपाटाइड।
GLP-1 दवाओं या GLP-1 एगोनिस्ट के बारे में:
- ये दवाओं का एक समूह है जो ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 (GLP-1) नामक हार्मोन की क्रियाविधि की नकल करते हैं। यह हार्मोन भोजन के बाद प्राकृतिक रूप से आंत से उत्सर्जित होता है।
- GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट आवश्यकता पड़ने पर इंसुलिन बढ़ाकर और ग्लूकागन कम करके रक्त शर्करा (Blood sugar) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- ये दवाइयां पाचन को धीमा करती हैं और भूख कम करती हैं। इससे बेहतर भोजन तृप्ति का एहसास होता है और इससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।
- इस उपचार का उपयोग मुख्य रूप से टाइप-2 मधुमेह और मोटापा कम करने के लिए किया जाता है।
मोटापे के बारे में एवं इसका वर्तमान प्रसार:
- मोटापा (Obesity) अत्यधिक वसा संचय (Fat deposits) के कारण होता है। इससे टाइप-2 मधुमेह, हृदय रोग जैसे विकारों का खतरा बढ़ जाता है।
- वयस्कों में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 या उससे अधिक होने को मोटापा माना जाता है।
- BMI किसी व्यक्ति के वजन (किलोग्राम में) को उसकी लंबाई (वर्ग मीटर में) से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है। इसे किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर (kg/m²) में व्यक्त किया जाता है।
- विश्व के 1 बिलियन से अधिक लोग मोटापा से ग्रस्त हैं। 2024 में वैश्विक स्तर पर मोटापा की वजह से 37 लाख लोगों की मौत हो गई।
- राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5/ NFHS-5 (2019-21) के अनुसार भारत में 24% महिलाएं और 23% पुरुष मोटापे से ग्रस्त हैं।