वर्ष 1992 में अपनी स्थापना के बाद से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाता रहा है। यह संगठन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
- वैसे विश्व एड्स दिवस वर्ष 1988 से मनाया जाता रहा है।
ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (HIV) और एड्स के बारे में:
- HIV वायरस एक रेट्रोवायरस है। यह CD4 प्रतिरक्षी कोशिकाओं को निशाना बनाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है।
- CD4 कोशिकाएं श्वेत रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार हैं। यह शरीर को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- रेट्रोवायरस वह वायरस है जो अपने जीनोमिक पदार्थ के रूप में RNA का उपयोग करता है। रेट्रोवायरस से संक्रमण होने पर, कोशिका रेट्रोवायरल RNA को DNA में परिवर्तित करती है। इसे बाद में होस्ट कोशिका के DNA में डाल दिया जाता है।
- इसके बाद कोशिका और अधिक रेट्रोवायरस सृजित करती है, जो अन्य कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं।
- HIV का उपचार: प्रारंभिक जांच और नियमित एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) वायरल लोड यानी वायरस की संख्या को कम करती है और संक्रमण के प्रसार को धीमा करती है।
- संक्रमण के तरीके: असुरक्षित यौन संबंध, एक ही सुई को कई लोगों में इस्तेमाल करना, संक्रमित रक्त चढ़ाने पर, संक्रमित मां से बच्चे में संक्रमण।
- एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS), HIV संक्रमण का सबसे उन्नत (एडवांस्ड) चरण है।
भारत में HIV प्रसार का वर्तमान परिदृश्य:
- भारत में 25 लाख से अधिक व्यक्ति HIV संक्रमित रूप में जीवन यापन कर रहे हैं।
- भारत में केवल 0.20% वयस्क आबादी HIV संक्रमित है। यह 0.7% के वैश्विक औसत से काफी कम है।
- संक्रमण के प्रसार की घटती प्रवृत्तियाँ (2010-2024): राष्ट्रीय स्तर पर, वार्षिक रूप से HIV संक्रमण के नए मामले में 48.7% की कमी और AIDS-से होने वाली मौतों में 81.4% की कमी दर्ज की गई है।
HIV/एड्स से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम:
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