केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत की जनगणना 2027 को मंजूरी प्रदान की | Current Affairs | Vision IAS
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    केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत की जनगणना 2027 को मंजूरी प्रदान की

    Posted 13 Dec 2025

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    भारत की 16वीं जनगणना, जो पहली बार डिजिटल रूप से आयोजित की जा रही है, 2026-2027 में दो चरणों में होगी, जिसमें जातिगत डेटा एकत्र किया जाएगा और वास्तविक समय में स्व-गणना और डेटा वितरण के लिए नवीन तकनीक का उपयोग किया जाएगा।

    जनगणना 2027 देश की 16वीं और स्वतंत्रता के बाद आयोजित होने वाली 8वीं जनगणना होगी।

    जनगणना 2027 के मुख्य विवरण

    • चरणबद्ध संचालन: यह अभ्यास निम्नलिखित दो चरणों में होगा:
      • अप्रैल से सितंबर 2026 तक मकान सूचीकरण और आवास गणना; तथा 
      • फरवरी 2027 तक जनसंख्या प्रगणना (Enumeration)। 
    • प्रथम डिजिटल जनगणना: मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग किया जाएगा।
    • जातिगत डेटा: जनसंख्या प्रगणना चरण के दौरान जातिगत डेटा को भी दर्ज किया जाएगा। 
    • नई तकनीक: प्रक्रिया की वास्तविक समय की निगरानी के लिए एक समर्पित जनगणना प्रबंधन और निगरानी प्रणाली (CMMS) पोर्टल विकसित किया गया है।
      • सेंसस-एज़-ए-सर्विस (CaaS): यह मंत्रालयों को स्पष्ट, मशीन द्वारा पढ़ा जा सकने वाला और कार्रवाई-योग्य प्रारूप में डेटा प्रदान करेगा।
    • सहभागिता: जनता को स्व-प्रगणना का विकल्प प्रदान किया जाएगा।

    भारत में जनगणना के बारे में

    • उत्पत्ति: पहली गैर-समकालिक जनगणना 1872 में आयोजित की गई थी।
    • आयोजक: गृह मंत्रालय के तहत भारत का रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त का कार्यालय।
    • वैधानिक अधिदेश (Statutory Mandate): जनगणना अधिनियम, जिसे 1948 में अधिनियमित किया गया था। यह जनगणना के संचालन के लिए कानूनी ढांचा प्रदान करता है।
    • मानदंड: एकत्र किए गए डेटा में जनसांख्यिकी, आवास की स्थिति, धर्म और साक्षरता सहित विभिन्न मानदंड शामिल होते हैं। गांव या वार्ड स्तर तक सूक्ष्म-स्तर का डेटा प्राप्त किया जाता है। 
    • पिछली जनगणना: विगत जनगणना 2011 में की गई थी। 2021 की जनगणना को कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।
    • Tags :
    • Census
    • Census 2027
    • 16th census
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