यह जानकारी विश्व डोपिंग-रोधी एजेंसी (WADA) की “टेस्टिंग फिगर्स रिपोर्ट 2024” में सामने आई है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर
- वर्ष 2024 में भारत की राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) द्वारा 7,113 नमूनों (सैंपल्स) के परीक्षण के बाद 260 भारतीय एथलीट डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए, अर्थात वे टेस्ट में विफल रहे।
- भारत में कुल नमूनों में से 3.6% डोप पॉजिटिव पाए गए। यह दर भी विश्व में सर्वाधिक है।
- खेल स्पर्धाओं के दौरान NADA द्वारा परीक्षण किए गए लगभग प्रत्येक 5 में से 1 भारतीय एथलीट का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया।
डोपिंग के बारे में
- डोपिंग का अर्थ है-खेल स्पर्धाओं में प्रदर्शन बढ़ाने के लिए विश्व डोपिंग-रोधी संहिता (World Anti-Doping Code) के अंतर्गत प्रतिबंधित पदार्थों या पद्धतियों का उपयोग करना।
- एथलीटों द्वारा उपयोग की जाने वाली डोपिंग के विभिन्न प्रकार
- एंड्रोजेनिक पदार्थ: मांसपेशियों की मात्रा और ताकत बढ़ाने के लिए प्रयुक्त एनाबॉलिक स्टेरॉयड।
- उद्दीपक पदार्थ यानी स्टिमुलैंट्स: हृदय गति, सतर्कता और सहनशक्ति बढ़ाने वाले पदार्थ।
- डाइयूरेटिक्स एवं मास्किंग पदार्थ: मूत्र को पतला करने या प्रतिबंधित पदार्थों के उपयोग को छिपाने के लिए उपयोग की जाने वाली औषधियां।
- पेप्टाइड हार्मोन्स: एरिथ्रोपोइटिन (EPO) जैसे पदार्थों का उपयोग, जो लाल रक्त कोशिकाओं और सहनशक्ति को बढ़ाते हैं।
- ग्लूकोकॉर्टिकोइड्स: दर्द को दबाने और जख्मों को छिपाने के लिए सूजन-रोधी (Anti-inflammatory) औषधियों का दुरुपयोग।
- बीटा-ब्लॉकर्स: हृदय गति को कम करने और हाथों के कंपन को घटाने वाले पदार्थ।
डोपिंग-रोधी उपाय
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अधिनियम, 2022: यह अधिनियम राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) की स्थापना के लिए वैधानिक प्रावधान करता है।
- डिजिटल माध्यम से उपाय: ‘नो योर मेडिसिन’ (KYM) ऐप की शुरुआत की गई है। इसमें एथलीट के लिए प्रतिबंधित दवाओं, अथवा दवाओं में उपयोग किए गए प्रतिबंधित पदार्थों की सूची उपलब्ध है।
- संस्थाओं द्वारा क्षमता-निर्माण में वृद्धि : जागरूकता कार्यशालाएँ आयोजित की जा रही हैं, खेल से जुड़े हितधारकों (कोच, अधिकारी, आदि) को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही नमूना (सैंपल) के संग्रह और इनके परीक्षण में वृद्धि की गई है।

विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) के बारे में
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