हाल ही में तेलंगाना के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् दरिपल्ली रामैया का निधन हो गया।

दरिपल्ली रामैया के बारे में ( 1937-2025)
- वे तेलंगाना के रेड्डीपल्ली गांव के रहने वाले थे।
- उन्हें स्थानीय रूप से ‘चेतला रामैया' या 'वनजीवी' (वनवासी) कहा जाता था।
- उन्हें 2017 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
योगदान:
- सामुदायिक वानिकी के प्रति समर्पित: अनुमान है कि उन्होंने अपने जीवन में 1 करोड़ से अधिक पौधे लगाए थे।
- उन्हें 'ट्री मैन ऑफ तेलंगाना' भी कहा जाता है। लोगों में पेड़ों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए वे गले में हरे रंग की तख्ती पहनते थे।
- पुरस्कार: उन्हें 1995 में सेवा पुरस्कार, 2005 में वनमित्र पुरस्कार तथा 2015 में राष्ट्रीय नवाचार एवं उत्कृष्ट पारंपरिक ज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- मूल्य: पर्यावरण से प्रेम, समानुभूति, जुनून आदि।